जल संरक्षण के लिए पटेल पार्क में दस फीट गहरा बनाया जा रहा वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
- बरसात के पानी को बचाकर इस्तेमाल में लाया जा सकेगा
- बरसात के पानी को बचाकर इस्तेमाल में लाया जा सकेगा
- पानी रोकने के लिए चारों तरफ लगेंगे बोर रिप फोटो: 15
जागरण संवाददाता, अंबाला:
बरसात के पानी को बचाने के लिए अंबाला छावनी रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाया जा रहा है। ताकि जल संरक्षण हो सकें। साथ ही बरसात के इस पानी को रोजाना के इस्तेमाल में लाया जा सकेगा। कैंटोनमेंट द्वारा यह प्रोजेक्ट चालीस लाख से पटेल पार्क में तैयार किया जा रहा है। खास बात यह है कि आसपास के इलाके में जलभराव भी नहीं होगा। क्षेत्र का पानी रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम से जोड़ा जाएगा। यह वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम करीब दस फीट गहरा होगा। पटेल पार्क में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम से पर्यावरण को भी सुंदर बनाया जा सकेगा। साथ ही यह घूमने वालों के लिए भी अलग तरह का नजारा होगा। साढ़े छह फीट पर नहीं रूक पाया पानी
इंजीनियर्स द्वारा पहले साढ़े छह फीट गहराई की गई। जिसमें बरसात का पानी नही रूक पाया। उसके बाद इस झील की गहराई करीब साढे आठ फीट की। लेकिन उसके बाद भी बात नहीं बनी। अब रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम की गहराई दस फीट की जा रही है।
झील को गहरा करने का तेजी से चल रहा काम
पटेल पार्क में इस रेन वाटर हार्वेस्टिग की गहराई करीब दस फीट होगी। इसके चारों और रिप बोर रिप लगाए जाएंगे। ताकि आसपास का पानी वेस्ट ना जाए। सीधा पानी तालाब में एकत्रित हो सकें। क्योंकि बरसात में पानी सीवर लाइन में चला जाता है। लेकिन बोर रिप लगने से पानी को रोका जा सकेगा। इसके अलावा ग्रीनरी पर भी फोकस किया जा रहा है। पटेल पार्क में बनी झील को गहरा करने के लिए काम तेजी से चल रहा है। क्षेत्र में जलभराव से मिलेगा निजात
बरसात होने पर क्षेत्र में पानी भर जाता था। सीवर लाइन फुल होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब पटेल पार्क में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम शुरू होने के बाद क्षेत्र में जलभराव से निजात मिल सकेगा। आसपास के क्षेत्र का पानी रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम में पहुंचाया जाएगा। अभी तक यह बरसात का पानी सीवर लाइन में जाता था। वर्जन-
कैंटोनमेंट इंजीनियर सतीश शर्मा का कहना है कि पटेल पार्क में रेन वाटर पर चालीस लाख रुपये खर्च किए जा रहे है। ताकि बरसात के पानी को बचाया जा सकें। इसके अलावा इस पानी को इस्तेमाल में लाया जा सकेगा। करीब दस फीट का रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाया जा रहा है।