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विज ने दिलवाई थी उप मंडल की सौगात और अब एसडीएम से लेकर तहसीलदार का पद खाली

प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने अंबाला छावनी को उप मंडल का दर्जा दिलवाकर लोगों को सौगात दी ताकि ड्राइविग लाइसेंस आरसी रजिस्ट्री आदि कामों के लिए लोगों को शहर की दौड़ न लगानी पड़े। उप मंडल भी बन गया और मिनी सचिवालय बनने का काम भी तेजी से चल रहा है लेकिन अब लोगों को अधिकारियों के पद रिक्त होने के कारण दिक्कत आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 07:30 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 07:30 AM (IST)
विज ने दिलवाई थी उप मंडल की सौगात और अब एसडीएम से लेकर तहसीलदार का पद खाली
विज ने दिलवाई थी उप मंडल की सौगात और अब एसडीएम से लेकर तहसीलदार का पद खाली

जागरण संवाददाता, अंबाला : प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने अंबाला छावनी को उप मंडल का दर्जा दिलवाकर लोगों को सौगात दी ताकि ड्राइविग लाइसेंस, आरसी, रजिस्ट्री आदि कामों के लिए लोगों को शहर की दौड़ न लगानी पड़े। उप मंडल भी बन गया और मिनी सचिवालय बनने का काम भी तेजी से चल रहा है, लेकिन अब लोगों को अधिकारियों के पद रिक्त होने के कारण दिक्कत आ रही है। उप मंडल में एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार यह तीन पद ही प्रमुख हैं। दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि यहां पर तीनों पद खाली पड़े हैं। एसडीएम का 26 अप्रैल को ट्रांसफर होने की वजह से खाली है और एडिशनल चार्ज शहर के एसडीएम के पास हैं।

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-------------- तहसीलदार के न होने से रजिस्ट्रियां बंद

छावनी तहसीलदार के मेडिकल अवकाश पर होने के साथ ही रजिस्ट्रियां बंद पड़ी है। अब यहां रजिस्ट्री कराने के लिए पहुंचने वालों को अप्वाइनमेंट लेने से पहले ही तहसीलदार के न होने की बात कंप्यूटर पर कार्यरत कर्मी बताते हैं। ऐसे में आनलाइन अप्वाइनमेंट और रजिस्ट्री की प्रक्रिया पिछले दो महीने से बंद पड़ी है।

-------------- निशानदेही के 150 से अधिक आवेदन लंबित

संपत्ति की निशानदेही के लिए तहसील में आने वाले करीब 150 से अधिक आवेदन आफिस की फाइलों तक ही सीमित हो चुके हैं। निशानदेही के लिए एसडीएम अथवा तहसीलदार की स्वीकृति मिलने के बाद ही नायब कानूनगो और पटवारी की टीम निशानदेही के लिए मौके पर रवाना होती है।

------------- कोर्ट केस की सुनवाई को दी जा रही जुलाई की तिथि

तहसील में चल रहे कोर्ट केस की सुनवाई एसडीएम और तहसीलदार के न होने से अब फरियादियों को जुलाई की तारीख दी जा रही है। छावनी तहसील में कोर्ट केस में नंबरदारी कोर्ट केस के अलावा चौकीदारी कोर्ट केस की अगली सुनवाई के लिए जुलाई महीने में अलग अलग तिथियां दी जा रही है। तहसील के कोर्ट में कार्यरत कर्मचारियों को उम्मीद है कि जुलाई महीने में एसडीएम से लेकर तहसीलदार की स्थाई तैनाती हो जाएगी।

---------------- मेडिकल अवकाश पर हैं तहसीलदार

1 मई से तहसीलदार सुरेश कुमार मेडिकल अवकाश पर हैं। कुछ दिनों तक अस्पताल में भर्ती होने के बाद अभी चिकित्सकों ने बेड रेस्ट करने की सलाह दी है। तहसीलदार ने फोन पर बताया कि वह अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं अब पहले से स्वास्थ्य बेहतर हैं। कुछ दिनों में वह ड्यूटी ज्वाइन करेंगे।

-------------- 28 मई से नायब तहसीलदार छुट्टी पर

छावनी तहसील के नायब तहसीलदार बोधराज 28 मई से छुट्टी पर चल रहे हैं। बोधराज 30 जून को रिटायर हो जाएंगे। साथ ही पूर्व पार्षद ओंकार नाथ परूथी ने नायब तहसीलदार पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया, जिस पर कैंट थाने में केस दर्ज है। केस दर्ज होने के बाद से नायब तहसीलदार पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

----------------- शहर के तहसील अधिकारियों को चार्ज

छावनी तहसील में तहसीलदार से लेकर नायब तहसीलदार के छुट्टी पर होने की स्थिति में प्रशासन ने शहर के तहसील अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार दे रखा है। ऐसे में जिन भी अधिकारियों के पास के अतिरिक्त प्रभार है वह पहले अपने मूल तैनाती कार्यालय में कार्य निपटाते हैं इसके बाद अगर बहुत जरूरी पड़ता है तभी वह कैंट तहसील की तरफ रुख करते हैं।


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