Move to Jagran APP

रेलवे पार्किंग में बिना स्टीकर के खड़ी हो रही गाड़ियां, आरपीएफ कसेगी शिकंजा

रेलवे स्टेशन पर बनाई गई कर्मचारियों की पार्किंग में बाहरी वाहन खड़े हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 07:14 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 07:14 PM (IST)
रेलवे पार्किंग में बिना स्टीकर के खड़ी हो रही गाड़ियां, आरपीएफ कसेगी शिकंजा

जागरण संवाददाता, अंबाला : रेलवे स्टेशन पर बनाई गई कर्मचारियों की पार्किंग में बाहरी वाहन खड़े हो रहे हैं। इस कारण कर्मचारियों को अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग में खड़ी करने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि पार्किंग में खड़े होने वाले कुछ वाहनों पर आरपीएफ द्वारा जारी किया गया स्टीकर नहीं है। इसलिए बाहरी लोग भी रेलवे कर्मचारियों की पार्किंग का फायदा उठाने लगे हैं। अब ऐसे वाहन चालकों पर शिकंजा कसने के लिए आरपीएफ ने भी तैयारी शुरु कर दी है ताकि बाहरी वाहन रेलवे परिसर में बनाई गई तीन पार्किंग में ही खड़े हो सकें। छावनी आरपीएफ पोस्ट प्रभारी जावेद खान ने बताया कि स्टेशन पर कार्यरत रेलवे कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पार्किंग स्टीकर जारी किए गए हैं जो कर्मचारियों की संख्या के हिसाब से प्रत्येक विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं और उन्होंने इसे कर्मचारियों को दे दिए हैं। अधिकांश कर्मचारियों ने अपने वाहनों पर स्टीकर लगा लिया है और वह निर्धारित पार्किंग में ही अपने वाहनों को खड़ा कर रहे हैं। लेकिन जानकारी मिली है कि पार्किंग में ऐसे वाहन भी खड़ा हो रहे हैं। जिन पर आरपीएफ द्वारा जारी किया गया पार्किंग स्टीकर नहीं लगा हुआ है। इसलिए ऐसे वाहनों पर शिकंजा कसा जाएगा ताकि रेलवे पार्किंग की सुविधा सिर्फ कर्मचारियों को ही मिल सके। दरअसल रेलवे परिसर में हो रही अवैध पार्किंग पर शिकंजा कसने के लिए आरपीएफ ने विभागीय अधिकारियों से मंत्रणा की थी और कर्मचारियों के लिए भी चेतावनी जारी की थी ताकि परिसर की व्यवस्थाएं दुरुस्त रहें।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.