अमेरिकी राजदूत ने जताई विश्व धरोहर कालका-शिमला हैरिटेज रेलट्रैक पर सफर की इच्छा
जागरण विशेष -प्रोटोकॉल के चलते डीआरएम अंबाला करेंगे स्वागत स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी
-अंग्रेजों के जमाने के स्टीम इंजन को भी दिया जाएगा
.. फोटो नंबर :: 18, 19 दीपक बहल, अंबाला: शिमला-कालका नैरोगेज रेल लाइन पर सफर करने की अमेरिकी राजदूत कैनेथ आई जस्टर ने इच्छा जताई है। शनिवार को शिमला के ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन से राजदूत कैथलीघाट तक चार डिब्बे वाली लग्जरी गाड़ी में सफर करेंगे। रेलवे ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। अंबाला से डीआरएम जीएम सिंह प्रोटोकाल के चलते राजदूत का स्वागत करेंगे और स्पेशल ट्रेन में सफर करेंगे। 112 साल पुराने भाप इंजन का भी इस दौरान प्रदर्शन किया जाएगा। यह रेल ट्रैक विश्व धरोहर के रूप में शामिल है। हालांकि राजदूत हिमाचल सरकार के अतिथि हैं, लेकिन इस दौरान इस ट्रेन पर सफर करने की इच्छा जताई है। शिमला से कैथलीघाट तक 22 किलोमीटर का सफर है, जो करीब एक घंटे में पूरा होगा। कैथलीघाट स्टेशन सड़क मार्ग से जुड़ा है, जबकि यहीं पर राजदूत का काफिला भी मौजूद रहेगा। कोरोना काल में इस सेक्शन को बंद कर दिया गया था। हाल ही में पर्यटकों के लिए दोबारा से कालका-शिमला सेक्शन को ओपन कर दिया गया है। विदेशी पर्यटकों की कालका-शिमला सेक्शन पहली पसंद रही है। इस स्पेशल ट्रेन में झारोखा कोच सहित सी टी 12 व 13 तथा विस्टा डूम 16 कोच भी साथ रहेंगे।
बता दें कि कालका-शिमला रेल ट्रैक का निर्माण सन 1898 में शुरु हुआ था, जिस पर 9 नवंबर 1903 में ट्रेन दौड़ी थी। कालका से शिमला के बीच में 18 रेलवे स्टेशन हैं। सन 2008 में कालका-शिमला रेल ट्रैक को यूनेस्को ने विश्व धरोहर की श्रेणी में डाल दिया था। इस सेक्शन में सुरंग संख्या 33 बनाते वक्त अंग्रेज इंजीनियर विफल हो गए थे। ऐसे में अंग्रेजी हुकूमत ने इंजीनियर पर एक रुपये का जुर्माना भी लगाया था, जिसको लेकर इंजीनियर ने आत्महत्या कर ली थी। ऐसे में गांव भाजा के बाबा बलखू ने अपनी छड़ी से इस सुरंग के निर्माण में अहम भूमिका निभाई। बाबा बलखू के दिखाये मार्ग पर ही इस सुरंग का निर्माण हो पाया। इसी कारण अंग्रेजी हुकूमत में इंजीनियर बरोग के नाम पर स्टेशन का नाम रखा। रेलवे ने बलखू रेलवे म्यूजियम शिमला में बनाया था। 196 किलोमीटर के लंबे ट्रैक पर 103 सुरंगे, 860 पुल हैं, जबकि समुद्री तल से इसकी ऊंचाई 2800 फीट से 7 हजार फीट तक है। इस पटरी पर कई लग्जरी गाड़ी दौड़ती हैं।
डीआरएम जीएम सिंह ने कहा कि अमेरिकी राजदूत शिमला से कैथलीघाट तक का सफर करेंगे। इसके लिए रेलवे द्वारा व्यवस्था बना ली गई है। बॉलीवुड का भी आकर्षण केंद्र रहा
कालका-शिमला रेलवे लाइन देश विदेश के अलावा बॉलीवुड का भी आकर्षण का केंद्र रहा है। सन 1974 में सुपरहिट फिल्म दोस्त का गाना गाड़ी बुला रही है, भी इसी मार्ग पर फिल्माया गया। इसके अलावा ऑल इज वेल, जब वी मेट, सनम रे और रमैया वस्तावैया जैसी फिल्मों की शूटिग हो चुकी है। हर मर्द का दर्द सीरियल भी धर्मपुर रेलवे स्टेशन पर शूट हुआ है।