संसाधनों की कमी से जूझ रही यातायात पुलिस
यातायात पुलिस के पास संसाधन ही पूरे नहीं हों तो ट्रैफिक व्यवस्था बेदम होगी ही। फिर चाहे बात वाहनों की हो या फिर चौक-चौराहों पर लगने वाले सीसीटीवी कैमरे की।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : यातायात पुलिस के पास संसाधन ही पूरे नहीं हों तो ट्रैफिक व्यवस्था बेदम होगी ही। फिर चाहे बात वाहनों की हो या फिर चौक-चौराहों पर लगने वाले सीसीटीवी कैमरे की। दरअसल, यहां चौक-चैराहों पर लगाए गए ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी दोनों ही रखरखाव के अभाव में खराब पड़े हैं, जबकि यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने में इनकी भूमिका अहम होती है। मगर इनकी तरफ विभाग का कोई ध्यान नहीं है। जबकि ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए ये दोनों 24 घंटे सही होने चाहिए। सिग्नल से जहां ट्रैफिक कंट्रोल करते हैं, वहीं वारदात या दुर्घटना के मामले को सुलझाने में सीसीटीवी फुटेज काम आती है। मगर सीसीटीवी के लिए जिला पुलिस के लाइन में कंट्रोल रूम भी अब तक नहीं बना है। आश्चर्य की बात यह कि इसके बारे में हेड क्वार्टर स्तर पर कई बार बातचीत भी हो चुकी है फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
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इन चौक पर लगाई गई थी लाइटें
बता दें अग्रसेन चौक, मानव चौक तथा छावनी के गीता गोपाल, बड़ा गोल चक्कर, एसडी कॉलेज जगहों पर रेड सिग्नल लाइट लगाई गई थी। मगर सभी जगहों पर अनदेखी के चलते खराब हो गई। ऐसे में लोग क्रॉसिग के दौरान आड़े-तिरछे वाहनों को बीच में खड़े कर रहे हैं जो जाम लगने और हादसे का कारण बन रहा है। कई चौक तो ऐसे हैं जहां यातायात को कंट्रोल करने के लिए कर्मचारी तक नहीं हैं। ऐसे में खुद ही पब्लिक को जान जोखिम में डाल आगे की ओर बढ़ना पड़ रहा है।
जहां-जहां खामियां हैं उन्हें दूर किया जा रहा है। जिन चौक पर कैमरा खराब पड़े हैं, उन्हें ठीक करवाया जाएगा। अगर ज्यादा खराब होगी तो उनकी जगह नए कैमरा लगाए जाएंगे। इसके अलावा सिग्नल लाइट के लिए भी बातचीत चल रही है। वहीं संसाधनों का पूरा होना काफी सहयोग होता है।
- मदन लाल, डीएसपी, ट्रैफिक विग