Move to Jagran APP

पटियाला के तीन साथियों ने टिक क्लिक एप में फीचर डालने के नाम पर कारोबारी से हड़पे 3.80 लाख

टिक क्लिक एप में फीचर डालने और अपडेट करने के नाम पर पटियाला के तीन साथियों ने बिल्डिग मटीरियल का काम करने वाले कारोबारी एवं बलदेव नगर की हाउसिग बोर्ड निवासी गुरमीत सिंह से 3.80 लाख रुपये हड़प लिये।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Sep 2021 07:30 AM (IST)Updated: Sun, 05 Sep 2021 07:30 AM (IST)
पटियाला के तीन साथियों ने टिक क्लिक एप में फीचर डालने के नाम पर कारोबारी से हड़पे 3.80 लाख
पटियाला के तीन साथियों ने टिक क्लिक एप में फीचर डालने के नाम पर कारोबारी से हड़पे 3.80 लाख

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : टिक क्लिक एप में फीचर डालने और अपडेट करने के नाम पर पटियाला के तीन साथियों ने बिल्डिग मटीरियल का काम करने वाले कारोबारी एवं बलदेव नगर की हाउसिग बोर्ड निवासी गुरमीत सिंह से 3.80 लाख रुपये हड़प लिये। इतना ही तीनों आरोपित अमरिद्र सिंह व अमर सिंह व कपिल ने पूरा पैसा लेने के बाद भी एप को अपडेट तथा उसका सोर्स कोड भी नहीं दिया, बल्कि एप को चलाने और सोर्स कोड को देने की एवज में 10 लाख रुपये की डिमांड की है। यहां तक आरोपितों ने कारोबारी को जान से मारने की धमकी भी दी है। वहीं बलदेव नगर थाना पुलिस ने पीड़ित गुरमीत सिंह की शिकायत पर धोखाधड़ी, जान से मारने की धमकी और दस्तावेज खुर्द-बुर्द करने का केस दर्ज कर तफ्तीश आरंभ कर दी है।

loksabha election banner

गुरमीत सिंह के मुताबिक साल 2020 में पिहोवा से टिक क्लिक मोबाइल एप (टिक टाक एप की तरह) बनवाई थी। मासी के लड़के ने उसकी मुलाकात पटियाला दुख निवारण गुरुद्वारा साहिब के नजदीक के रहने वाले अमरिद्र सिंह व अमर सिंह व कपिल से हुई। आरोपितों का पटियाला व मोहाली में सोल्यूशन 1313 नाम से फर्म है जिसका काम मोबाइल एप की देखरेख करना, एडवांस फीचर और अप-डेट करने का काम है। इस पर तीनों आरोपितों ने गुरमीत सिंह को आफर दिया कि वे टिक क्लिक एप के अंदर बहुत सारे नए एडवांस फीचर और अपडेट कर देंगे। इसके लिए 4.80 लाख रुपये और दो माह का समय मांगा। इस पर गुरमीत ने हामी भर दी और आरोपितों को अंबाला शहर अपने बिल्डिग मटीरियल के दफ्तर में 3.80 लाख रुपये दिए। तीनों आरोपितों ने गुरमीत सिंह को एंड्रायड फोन और एप्पल आइओएस में चलाने का एग्रीमेंट किया।

------------- सोर्स कोड को भी बदल दिया था

गुरमीत सिंह के मुताबिक एग्रीमेंट होने के बाद तीनों आरोपितों ने कहा अमानत के तौर पर उनका सारा पैसा है। अगर काम नहीं हुआ तो वह सारा पैसा वापस कर देंगे। परंतु आरोपित अमरिद्र सिंह, अमर सिंह व कपिल ने टिक क्लिक एप में फीचर व अपडेट करने में चार माह से ज्यादा लगा दिए, लेकिन कोई काम नहीं हुआ जबकि पैसा पूरा ले लिया और बहाने बनाने लगे। गुरमीत सिंह के मुताबिक टिक क्लिक एप को चलाने के लिए व उसका पूरा कंट्रोल करने के लिए जो सोर्स कोड दिया था उसे भी अपने हिसाब से बदल दिया, जबकि गुरमीत सिंह तीनों आरोपितों से अपना सोर्स कोर्ड मांग रहा है।

----------- एप को चलाने की एवज में मांगे दस लाख

गुरमीत सिंह का कहना है तीनों आरोपित उसके कार्य को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा वे उसकी एप को तब चलाएंगे जब उसे दस लाख रुपये मिल जाएंगे। 18 मई को गुरमीत सिंह ने देखा कि उसकी टिक क्लिक एप बंद हो गई और एप स्टोर से गायब है। आरोपितों ने एप को चलाने के लिए पीड़ित गुरमीत सिंह को दस लाख रुपये के साथ पटियाला आने की बात कही है। पीड़ित का आरोप आरोपितों ने उससे 3.80 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.