13 हजार पेंशनधारकों का नहीं बना परिवार पहचान पत्र
परिवार पहचान पत्र न होने की स्थिति में किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। क्योंकि सभी योजनाएं परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) से जोड़ी जाएंगी। ऐसा ही कुछ पेंशन को लेकर भी होगा।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : परिवार पहचान पत्र न होने की स्थिति में किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। क्योंकि सभी योजनाएं परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) से जोड़ी जाएंगी। ऐसा ही कुछ पेंशन को लेकर भी होगा। इसके बावजूद भी पेंशनधारक इसको लेकर पूरी तरह से सचेत नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि काफी हद तक पेंशनधारकों ने अपने परिवार पहचान पत्र बनवा भी लिए हैं।
समाज कल्याण विभाग के डाटा के मुताबिक जिला में 1 लाख 29 हजार पेंशनधारक हैं। जो विभाग से अलग-अलग योजना में पेंशन का लाभ ले रहे हैं। इनमें से 1 लाख 13 हजार लोग ही अपना परिवार पहचान पत्र बनवा चुके हैं, लेकिन 12 हजार ने अभी भी इसमें कोई रूचि नहीं दिखायी या फिर यूं कहे यहां पर जागरूकता की कमी है। हालांकि विभाग की ओर से सचेत किया जा रहा है। जिला समाज कल्याण विभाग की ओर से सभी पेंशनधारकों को परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन उसके बावजूद सभी पेंशनधारक इसको लेकर पूरी तरह जागरूक नहीं है। जबकि सभी को यह बनवाया जाना लाजिमी है।
---- -पेंशन न कट जाए इसी कारण बनवा रहे पीपीपी
लोग सिर्फ डर के कारण ही परिवार पहचान पत्र बनवा रहे हैं। क्योंकि उनमें डर है कि परिवार पहचान पत्र नीरे बनवाने पर उनकी पेंशन कटेगी। कुछ लोगों की पेंशन कट भी रही, जिसके चलते लोग पेंशन कार्यालय में अपने परिवार पहचान पत्र लेकर पहुंच रहे हैं, जहां उन्हें पत्र बनवाने की अपील की जा रही है।
------ -पेंशनधारकों को परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए कहा जा रहा है, इसी कारण काफी पेंशनधारकों ने पीपीपी बनवा लिए हैं, लेकिन अभी भी करीब 12 हजार के बाकी हैं।
विनोद कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी