काउंटर पर लगे टोकन डिस्प्ले सिस्टम हुए खराब
नगर परिषद सदर छावनी अंबाला के परिसर में स्थापित सिटीजन फैसिलिटी सेंटर पर टैक्स पानी के बिल जमा करने और जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आने वाले लोगों को यहां पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : नगर परिषद सदर छावनी अंबाला के परिसर में स्थापित सिटीजन फैसिलिटी सेंटर पर टैक्स, पानी के बिल जमा करने और जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आने वाले लोगों को यहां पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रोशनी, हवा, बैठने की व्यवस्था और टोकन सिस्टम आदि बदहाल अवस्था में हैं। सेंटर पर गर्मी से राहत देने के लिए लगाए एसी सफेद हाथी बन गये हैं। इन्हें चलाने के लिए बिजली की खपत ज्यादा है लेकिन कूलिग जरा भी नहीं देते। टोकन सिस्टम को बंद हुए भी अर्सा हो गया है लेकिन इसका रखरखाव करने वाली कंपनी इसे ठीक कराने के बारे में सोच ही नहीं रही है। गौरतलब है कि नगर परिषद कार्यालय सरकारी सुविधाओं को शुल्क देकर प्राप्त करने वाली जनता और सुविधा देने वाली सरकार के नुमाइंदो के बीच संवाद केंद्र के तौर पर काम करता है। हाउस टैक्स, पानी के बिल, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, शादी विवाह पंजीकरण सहित अलग से आधार अपडेशन सेंटर भी अंबाला सदर नगर परिषद परिसर में है। इसके अलावा फैमिली आईडी अपडेशन का कार्य भी सक्षम स्टाफ द्वारा यहीं से संचालित किया जाता है। आम ओ खास की बड़ी संख्या रोजाना इस कार्याल्य में आती है। इनके लिए सिटीजन फैसिलिटी सेंटर पर काउंटर लगे है। एक लंबे अर्से से काउंटर परिसर में जनता को मिलने वाली सुविधाओं का भारी अभाव देखा जा रहा है। यहां आने वाले लोगों का कहना है कि सुविधा से ज्यादा दुविधा में यहां आकर फंस जाते हैं। नाम में कनेक्शन कराना हो या पता सही कराना हो या बिल आदि सही कराना हो उचित जानकारी नहीं दी जाती न ही काम होता है।
एसी बने सफेद हाथी
बिजली की ज्यादा खपत लेने के बावजूद भी यहां लगे दो एसी परिसर को ठंडा करने में नाकाम साबित हो रहा है। यहां पहुंचे एक सज्जन का कहना था कि सफेद हाथी से इन एसी की बजाय अगर पंखे या कूलर होते तो ज्यादा राहत मिलता।
टोकन व्यवस्था ठप होने से लाइन में लोग
कोविड गाइड लाइन के निर्देशों में दो गज की दूरी का पालन करने की दशा में नगर परिषद ने सिटीजन फैसिलिटी सेंटर पर डिजिटल टोकन व्यवस्था बनाई थी। कुछ दिन तो बस ठीक से चला और लोगों को लाइन में बिना लगे अपना काम कराने का सुख भी मिला। लेकिन एक बार टोकन डिस्प्ले और मशीन खराब क्या हुई दोबारा ठीक नहीं कराई जा सकी।