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गैस सिलेंडर फैक्ट्री के स्टोर इंचार्ज ने चूहे मारने वाली दवा निगली

गैस सिलेंडर फैक्ट्री में स्टोर इंचार्ज एवं गांव सौंडा के 50 वर्षीय राजेश कुमार ने चूहे मारने की दवा पी ली। इससे उसके तबीयत खराब हो गई। स्वजन उसे ट्रामा सेंटर लेकर आए तो डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें मनीष कुमार प्रजापति व मनी कुमार उर्फ लंबू दो लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 07:55 AM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 07:55 AM (IST)
गैस सिलेंडर फैक्ट्री के स्टोर इंचार्ज ने चूहे मारने वाली दवा निगली
गैस सिलेंडर फैक्ट्री के स्टोर इंचार्ज ने चूहे मारने वाली दवा निगली

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : गैस सिलेंडर फैक्ट्री में स्टोर इंचार्ज एवं गांव सौंडा के 50 वर्षीय राजेश कुमार ने चूहे मारने की दवा पी ली। इससे उसके तबीयत खराब हो गई। स्वजन उसे ट्रामा सेंटर लेकर आए तो डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें मनीष कुमार प्रजापति व मनी कुमार उर्फ लंबू दो लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। सूचना मिलने के बाद सेक्टर-9 थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के बेटे सुनील कुमार की शिकायत पर दोनों आरोपितों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर तफ्तीश आरंभ कर दी है।

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-------------- सात अक्टूबर को निगली थी दवा

पुलिस को दिये बयानों सुनील कुमार के मुताबिक जबो माजरा रोड नसीरपुर में कृष्णा गैस सिलेंडर फैक्ट्री में वेल्डिग का काम करता है और पिता राजेश कुमार भी इसी फैक्ट्री में स्टोर इंचार्ज थे। 7 अक्टूबर को रात दस बजे पिता राजेश कुमार ने चूहे मारने की दवाई खा ली थी। तबीयत बिगड़ने लगी तो माता कमला पिता राजेश कुमार को इलाज के लिये सिविल अस्पताल अंबाला शहर लेकर आई थी। लेकिन यहां डाक्टरों ने दवाई देकर घर भेज दिया था। लेकिन 8 अक्टूबर को दोबारा से राजेश कुमार की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद वे राजेश कुमार को ट्रामा सेंटर लेकर आए जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

------------- सीटी स्कैन के दौरान मिला सुसाइड नोट

मृतक के बेटे सुनील कुमार के मुताबिक जब वह और बहन पूनम पिता राजेश कुमार के पहने हुए कपड़े अस्पताल में सीटी स्कैन के लिए उतार रहे थे तो उन्हें सुसाइड नोट मिला। इस सुसाइड नोट में पिता ने दुर्गानगर निवासी मनीष कुमार प्रजापति और मनी कुमार उर्फ लंबू को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में लिखा मैंने मनीष कुमार से तीस हजार रुपये उधार लिया था खाली चैक देकर मैं 30 हजार के बदले 60 हजार दे चुका हूं फिर भी उन्होंने मेरा चैक वापस नहीं दिया चैक मांगने पर उन्होंने का कि 1 लाख नकद दो नहीं तो मैं कोर्ट में केस करूंगा। वहीं मनी कुमार उर्फ लंबू है जिससे मैंने 20 हजार लिया था और ब्याज सहित 40 हजार दे चुका हूं फिर भी मुझे धमकाते हैं और कहते हैं कि मारूंगा। इसलिये मैं आत्महत्या कर रहा हूं।


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