सैनीमाजरा टोल पर कहासुनी के बाद हुई मारपीट
सैनीमाजरा टोल कर्मियों ने तीन गाड़ी संचालकों पर गाड़ियां निकालने और मारपीट का आरोप लगाया है। मामले को लेकर पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया लेकिन मामले में दूसरे पक्ष ने समाचार लिखे जाने तक शिकायत नहीं दी थी।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सैनीमाजरा टोल कर्मियों ने तीन गाड़ी संचालकों पर गाड़ियां निकालने और मारपीट का आरोप लगाया है। मामले को लेकर पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया, लेकिन मामले में दूसरे पक्ष ने समाचार लिखे जाने तक शिकायत नहीं दी थी।
करनाल के घरौंडा के गांव गगसीना के रहने वाले आनंद ने बताया कि 13 नवंबर से वह नेशनल हाईवे सैनीमाजरा टोल प्लाजा पर बतौर सुपरवाइजर तैनात है। 28 जनवरी की सुबह 8 बजे वह और उसके साथ सुमित कुमार, अंकित निवासी हाट जींद ड्यूटी पर थे। 11 बजे अंबाला शहर की तरफ से पंजाब नंबर की तीन गाड़ियां आई, जो एक नंबर लाइन से क्रास करने लगी। जब गाडि़यों को टोल के लिए रोका तो इनमें से छह-सात युवक नीचे उतरे। ये लोग गाली-गलौज और मारपीट करने लगे। जब उन्हें युवकों से छुड़वाने के लिए साथी आए तो उनके साथ भी गाली गलौज व मारपीट की। इसके बाद अपनी गाड़ियों को निकाल कर भाग गए। जाते समय धमकी देकर गए कि अगर गाड़ियों को दोबारा रोकने की कोशिश की तो जान से मार देंगे। इसके बाद उन्होंने मेडिकल करवाकर एमएलआर करवाई।
--------- मारपीट का आरोप, सीसीटीवी नहीं की सार्वजनिक
टोलकर्मियों ने मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। पूरा घटनाक्रम टोल के सीसीटीवी में कैद भी हो चुका है, लेकिन टोलकर्मियों की ओर से सीसीटीवी को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि सीसीटीवी से ही साफ हो सकता है मौका पर किसने किसके साथ मारपीट की है।
------ पहले भी हो चुके विवाद
सैनीमाजरा में टोल को लेकर कई विवाद सामने आ चुके हैं। जबकि शंभू टोल प्लाजा पर ऐसे विवाद सामने नहीं आते। सैनीमाजरा टोल पर कई बार झगड़े हो चुके हैं। कई लोगों ने यहां होने वाले विवादों की पुलिस को शिकायत तक नहीं दी और कई मामले शिकायत तक सिमट कर रह गए हैं। शहर से दूर ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण एसपी कार्यालय तक इन मामलों की भनक तक भी नहीं लग पाती और पीड़ित पक्ष गाड़ियां लेकर निकल जाते हैं।
-------- जिन पर आरोप लगे हैं वे पंजाब के बासमा के रहने वाले हैं। उन्हें बुलाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। सही जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी ताकि कोई निर्दोष न फंसे।
सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद, जांच अधिकारी, थाना नग्गल।