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271 एनएचएमकर्मियों को जारी किए टर्मिनेशन लेटर, कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री से मांगा समाधान

नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) कार्यरत कर्मचारी 11वें दिन भी हड़ताल पर रहे। स्वास्थ्य विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए शुक्रवार को उन सभी 271 कर्मियों को टर्मिनेशन (बर्खास्तगी) लेटर जारी कर दिए, जो हड़ताल में शामिल हैं। उनमें से एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रधान, उप प्रधान और रेफरल ट्रांसपोर्ट की फ्लीट मैनेजर को पहले ही ऐसे लेटर जारी किए जा चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 01:25 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 01:25 AM (IST)
271 एनएचएमकर्मियों को जारी किए टर्मिनेशन लेटर, कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री से मांगा समाधान
271 एनएचएमकर्मियों को जारी किए टर्मिनेशन लेटर, कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री से मांगा समाधान

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) कार्यरत कर्मचारी 11वें दिन भी हड़ताल पर रहे। स्वास्थ्य विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए शुक्रवार को उन सभी 271 कर्मियों को टर्मिनेशन (बर्खास्तगी) लेटर जारी कर दिए, जो हड़ताल में शामिल हैं। उनमें से एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रधान, उप प्रधान और रेफरल ट्रांसपोर्ट की फ्लीट मैनेजर को पहले ही ऐसे लेटर जारी किए जा चुके हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने रेफरल ट्रांसपोर्ट सेवाओं को अब आउटसोर्सिग के तहत चलाने की योजना भी तैयार की है। सिविल सर्जन के मुताबिक एंबुलेंस सेवाएं सुचारु करने के लिए आउटसोर्सिग पर चालक रखे जाएंगे।

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हड़ताल में शामिल कर्मियों के समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ (एसकेएस) ने उपायुक्त को ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री से उनकी मांगों का समाधान मांगा। सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान रामगोपाल, राज्य ऑडिटर सतीश सेठी ने बताया कि एनएचएम कर्मियों के समर्थन में एसकेएस ने प्रदर्शन करना था, लेकिन सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले के मद्देनजर इसे स्थगित कर मुख्यमंत्री को महज ज्ञापन भेजा गया है। एनएचएम कर्मी सेवा सुरक्षा की जायज मांग को लेकर 5 फरवरी से हड़ताल पर हैं इसी प्रकार आंगनबाड़ी वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर 8 फरवरी से आंदोलनरत हैं। अगर मांगों का समाधान नहीं किया जाता तो एसकेएस के अंतर्गत आने वाली सभी 110 ट्रेड यूनियनें आंदोलन करेंगी।

डगमगाई स्वास्थ्य सेवाएं

-जिले में एनएचएम के तहत 552 कर्मचारी तैनात हैं। इनमें से 271 हड़ताल पर हैं। उससे विशेषकर रेफरल ट्रांसपोर्ट सेवाएं प्रभावित हैं। जानकारी के मुताबिक पूरे जिले में इस वक्त छह एंबुलेंस ही कार्यरत हैं, जबकि अकेले जिला नागरिक अस्पताल में ही चार एंबुलेंस हैं। विशेषकर ग्रामीण इलाकों में एंबुलेंस सेवा ठप होकर रह गई है। जिसका प्रसूति विभाग में डिलीवरी पर भी पड़ा है। इन कर्मियों की हड़ताल का असर स्कूल हेल्थ, टीकाकरण, टीबी अस्पताल, जन्म मृत्यु पंजीकरण आदि पर भी असर देखा जा रहा है। फोटो- 33

कर्मियों को टर्मिनेशन लेटर जारी कर दिए गए हैं

-सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा के मुताबिक हड़ताल पर गए सभी कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर जारी कर दिए गए हैं। एंबुलेंस सेवाओं को पटरी पर लाने के लिए आउटसोर्सिग से चालक रखे जाएंगे। उससे जिले में रेफरल ट्रांसपोर्ट सुविधा बहाल की जा सके।


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