स्वाइन फ्लू से ग्रसित महिला ने तोड़ा दम, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : ठंड के बढ़ते प्रकोप के साथ असर दिखा रहा स्वाइन फ्लू अब जानलेवा हो गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज चंडीगढ़ में दाखिल गरनाला निवासी करीब 32 वर्षीय महिला संगीता ने मंगलवार देर शाम इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। महिला का बुधवार सुबह गरनाला स्थित श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार किया गया।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : ठंड के बढ़ते प्रकोप के साथ असर दिखा रहा स्वाइन फ्लू अब जानलेवा हो गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज चंडीगढ़ में दाखिल गरनाला निवासी करीब 32 वर्षीय महिला संगीता ने मंगलवार देर शाम इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। महिला का बुधवार सुबह गरनाला स्थित श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार किया गया। 7 जनवरी से मेडिकल कॉलेज में दाखिल इस महिला की मौत के बाद अंबाला स्वास्थ्य विभाग के अलर्ट हो गया है। विभाग ने महिला संगीता के संपर्क में आए परिजनों सहित सभी 18 लोगों को टैमी फ्लू दवाई शुरू कर दी है। वहीं, स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए दो अन्य मरीजों को पीजीआइ व एक अन्य निजी अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी मिल चुकी है।
मृतका के पति राकेश कुमार के अनुसार मुताबिक खांसी जुकाम के चलते वह अपनी पत्नी को 3 जनवरी को को छावनी के अनेजा अस्पताल में ले गया था। जहां से उसे दवा देकर भेज दिया गया। तबीयत ठीक नहीं हुई तो एक बार फिर से 5 जनवरी को अस्पताल गए। इसके बाद 7 जनवरी को साकेत अस्पताल छावनी लेकर गए। हालांकि, अस्पताल ने उसे छावनी नागरिक अस्पताल भेज दिया। नागरिक अस्पताल छावनी से भी 7 जनवरी को ही राजकीय मेडिकल कॉलेज चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया था। संगीता की तबीयत मंगलवार रात करीब आठ बजे तक भी ठीक थी लेकिन करीब नौ बजे अचानक बिगड़ी और मौत हो गई।
-------------------------------
स्वास्थ्य विभाग मृतका के घर का किया दौरा
महिला संगीता के संपर्क में आए परिजनों में पति राकेश, करीब चार वर्षीय बेटी सहित करीब 18 लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने टेमी फ्लू की टेबलेट शुरू की है। इन सभी लोगों पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी रख रहा है। हालांकि, अभी किसी में स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं। बुधवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में मृतका के घर का दौरा कर परिजनों को दवाई दी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पांच संदिग्ध मरीजों के टेस्ट कराए गए थे लेकिन वह सभी नेगेटिव पाए गए हैं।
-------------------------------
स्वाइन फ्लू के लक्षण
नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. संजीव ¨सगला के मुताबिक स्वाइन फ्लू एनफ्लूएंजा वायरस है जो रोगी के संपर्क में आए लोगों में बीमारी पैदा कर सकता है। उच्च बुखार के साथ नाक बहना, पेट में दर्द, दस्त व सांस लेने में दिक्कत महसूस होना इसके सामान्य लक्षण हैं। शरीर में दर्द, सिर दर्द व थकान, थूक में रक्त व उल्टी लगना भी इसके लक्षण हैं। ऐसे मरीजों को मॉस्क का उपयोग करना चाहिए। इस बीमारी को सामान्यत: तीन श्रेणियों में बांटा जाता है। तीसरी स्टेज पर ही मरीज को अस्पताल में दाखिल करने की जरूरत पड़ती है।
-------------------------------
ऐसे करें बचाव
खांसते और छींकते समय अपने मुंह को रूमाल से ढकें। भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें। खूब पानी पीएं व पौष्टिक भोजन लें। बिना चिकित्सक की सलाह के दवा लेने से बचें। स्वाइन फ्लू संदिग्ध व्यक्तियों के निकट संपर्क से बचें। ऐसे संदिग्ध से हाथ मिलाने से बचें। अपने हाथों से अपने चेहरे व नाक को छूने से बचें। 101 डिग्री से ऊपर बुखार रहने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
-------------------------------
फोटो- 20
आशा वर्कर्स के स्तर पर भी कर रहे जागरूक
सिविल सर्जन डॉ. संत लाल वर्मा ने बताया कि महिला कई दिनों से वेंटीलेटर पर थी। हालांकि, शेष दो मरीज अब ठीक हैं। इन सभी मरीजों के संपर्क में आए लोगों को दवाएं पहले से दी जा चुकी हैं। इस संबंध में बुधवार को विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने 11 जिलों के सीएमओ से बैठक करते हुए और अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, डॉक्टरों से लेकर आशा वर्कर्स के स्तर पर पंफलेट बांटने व जागरूक करने का काम किया जा रहा है।