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स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस टेंडर में गोलमाल: बिना स्ट्रीट लाइट प्वाइंट गिने निकाले नोटिस, सुबह 9 बजे रखा क्लोजिग टाइम

लंबे समय तक टालमटोल के बाद आखिरकार नगर निगम के अफसरों ने अंबाला शहर स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस का टेंडर जारी कर ही दिया। करीब एक साल से इस टेंडर को बार-बार अधिकारी एक्सटेंड करते आ रहे थे। लेकिन दोबारा जारी किए गए टेंडर में भी निगम अफसरों ने खेल कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Jul 2019 09:58 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jul 2019 09:58 AM (IST)
स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस टेंडर में गोलमाल: बिना स्ट्रीट लाइट प्वाइंट गिने निकाले नोटिस, सुबह 9 बजे रखा क्लोजिग टाइम
स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस टेंडर में गोलमाल: बिना स्ट्रीट लाइट प्वाइंट गिने निकाले नोटिस, सुबह 9 बजे रखा क्लोजिग टाइम

उमेश भार्गव, अंबाला शहर: लंबे समय तक टालमटोल के बाद आखिरकार नगर निगम के अफसरों ने अंबाला शहर स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस का टेंडर जारी कर ही दिया। करीब एक साल से इस टेंडर को बार-बार अधिकारी एक्सटेंड करते आ रहे थे। लेकिन दोबारा जारी किए गए टेंडर में भी निगम अफसरों ने खेल कर दिया। 12 जुलाई को टेंडर नोटिस जारी किए गए और 22 जुलाई को टेंडर जमा कराने की आखिरी तारीख रखी गई। इस पूरी प्रक्रिया में अधिकारियों ने खेल कर दिया। 22 जुलाई को सुबह 9 बजे ही टेंडर की क्लोजिग टाइमिग कर दी जोकि नहीं हो सकती। इतना ही नहीं अंबाला शहर के स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस के ठेके में करीब 14 हजार 493 प्वाइंट दिए गए हैं। यानी जिसे भी ठेका मिलेगा वह ठेकेदार इतने प्वाइंट पर लगी स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत करेगा। लेकिन इसमें भी अधिकारी ठेकेदारों के साथ मिलकर गोलमाल कर गए। ऐसे में पूरी टेंडर प्रक्रिया विवादों में फंस गई है।

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एक साल से बढ़ाई जा रही थी ठेके की मियाद

हुडा और नगर निगम एरिया में स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस के ठेके अधिकारी बार-बार अपनी मर्जी से बढ़ाते जा रहे थे। करीब 4 माह पहले टेंडर नोटिस जारी करने और आवेदन आने के बावजूद टेंडर प्रक्रिया रोक दी गई थी। तत्कालीन निगम आयुक्त ने तब तर्क दिया था कि उनके पास ठेकेदारों को देने के लिए पैसे नहीं है, जबकि इस अवधि में धड़ल्ले से डोर टू डोर ठेकेदारों को हर माह 1.61 करोड़ रुपये दिए गए।

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इस तरह किया टेंडर प्रक्रिया में खेल

नगर निगम ने शहर के कई एरिया में करीब एक हजार नई एलइडी लाइटें हाल ही में लगवाई हैं। इन लाइटों की दो साल की मेंटीनेंस कंपनी को ही करना है। लेकिन ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए निगम के कर्मचारियों ने इन लाइटों को भी टेंडर नोटिस में जोड़ लिया और मेंटीनेंस का ठेका का नोटिस भी जारी कर दिया। इसी तरह ऐसे भी बहुत सी लाइटें हैं जिनकी पहले मेंटीनेंस का ठेका कंपनी का था और अब उनकी वारंटी खत्म हो चुकी है। ऐसी लाइटों को शामिल ही नहीं किया गया।

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हुडा की लाइटों नंबरिग के भी टेंडर नोटिस

एक तरफ तो नगर निगम ने हुडा की लाइटों की नंबरिग के टेंडर नोटिस जारी किए। टेंडर में 3023 स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस का जिक्र है। जब 3023 स्ट्रीट लाइट गिन ही ली गई तो अब नंबरिग के टेंडर नोटिस क्यों निकाले गए? यानी जो नंबरिग टेंडर में दी गई है वह फर्जी है? सवाल यह भी है कि यदि स्ट्रीट लाइट नंबरिग के टेंडर नोटिस निकाले गए तो फिर बिना नंबरिग किए उनकी मेंटीनेंस के टेंडर क्यों निकाल दिए गए?

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बैंक खुलने का समय सुबह 10 बजे, टेंडर क्लोजिग 9 बजे कैसे?

ठेके में निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने टेंडर की क्लोजिम टाइमिग सुबह 9 बजे 22 जुलाई को रख दी। इससे पहले 21 जुलाई का रविवार था। यानी इस दिन भी बैंक बंद थे। सोमवार 22 जुलाई का समय सुबह 9 बजे रखा इसीलिए इस दिन भी टेंडर जमा करवाने वाला व्यक्ति 10 बजे से पहले ड्राफ्ट नहीं कटवा सकता।

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9 बजे नहीं हो सकता क्लोजिग टाइम

पीडब्ल्यूडी सीओडी 13.5 ए कहता है कि टेंडर के डाक्यूमेंट चैप्टर 13 के अनुसार टेंडर क्लोजिग टाइम सुबह 9 बजे नहीं की जा सकती, क्योंकि बैंक खुलने का समय ही 10 बजे का होता है। बेशक टेंडर प्रक्रिया आनलाइन होती है लेकिन टेंडर के लिए ड्राफ्ट बैंक से ही बनता है।

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सीएम विडो में दी शिकायत

इस पूरे मामले की शिकायत दुर्गानगर अंबाला शहर हरमीत ने सीएम विडो के अलावा विजिलेंस और डायरेक्टर अर्बन लोकल बॉडी में कर दी है। शिकायत में शिकायतकर्ता ने पूरे मामले की जानकारी भी दी है।

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इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है। हां यह सही है कि टेंडर क्लोजिग टाइम सुबह 9 बजे नहीं हो सकता। क्योंकि बैंक खुलने का समय 10 बजे है। जो एलईडी नई लाइटें लगवाई हैं और वारंटी में हैं तो उन्हें मेंटीनेंस के ठेके में शामिल नहीं किया जा सकता। निश्चित तौर पर मामले की जांच करवाई जाएगी।

-डॉ. सुशील मलिक, निगम संयुक्त आयुक्त।

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