संस्कारों के बिना जीवन का मूल्य नहीं : रामदास
विवाह एक पवित्र संस्कार है लेकिन आधुनिक समय में प्राणी संस्कारों से दूर भाग रहा है। जीव के बिना शरीर निरर्थक होता है ऐसे ही संस्कारों के बिना जीवन का कोई मूल्य नहीं होता।
जागरण संवाददाता, अंबाला: कथावाचक रामदास महाराज यमुनानगर बरसाने वाले ने शिव-पार्वती विवाह की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास हो तो मनचाही वस्तु हमें प्राप्त हो सकती है। आत्मविश्वास से माता पार्वती ने शिव को वर के रूप में प्राप्त किया था। वह शुक्रवार को श्री दुर्गा मंदिर एवं धर्मशाला लाजवंती कॉलोनी में आयोजित श्री राम कथा में प्रवचन कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन श्री राधा निकुंज परिवार ट्रस्ट करा रहा है। उन्होंने कहा कि विवाह एक पवित्र संस्कार है, लेकिन आधुनिक समय में प्राणी संस्कारों से दूर भाग रहा है। जीव के बिना शरीर निरर्थक होता है, ऐसे ही संस्कारों के बिना जीवन का कोई मूल्य नहीं होता। दुर्गा मंदिर के पंडित सुरेश शांडिल्य ने बताया कि यह कथा 13 सितंबर तक चलेगी। इस मौके पर अशोक कपूर, सुषमा कपूर, गौतम धीमान, गीता धीमान, पंडित सुरेश शांडिल्य, सतीश मक्कड़, अशोक कपूर, एफसी धीमान, जगन्नाथ आदि मौजूद रहे।