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मुख्य बाजार में धीमी गति से चल रहे निर्माण कार्य, मुश्किल में आमजन

कस्बा के मुख्य बाजार में 2016 में शुरू किया गया चार मार्गीय सड़क का निर्माण कार्य स्थानीय दुकानदारों वाहन चालकों व राहगीरों के लिए सुविधा के बजाए असुविधा बन गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 07:00 AM (IST)
मुख्य बाजार में धीमी गति से चल रहे निर्माण कार्य, मुश्किल में आमजन
मुख्य बाजार में धीमी गति से चल रहे निर्माण कार्य, मुश्किल में आमजन

संवाद सहयोगी, बराड़ा : कस्बा के मुख्य बाजार में 2016 में शुरू किया गया चार मार्गीय सड़क का निर्माण कार्य स्थानीय दुकानदारों, वाहन चालकों व राहगीरों के लिए सुविधा के बजाए असुविधा बन गया है। अपने आरम्भिक काल से ही कछुआ गति से चल रहे निर्माण कार्य 2017 में पूरा होना था। परंतु दो बार समय अवधि बढ़ाने के बावजूद भी पूरा नहीं हो सका। लगभग अढ़ाई साल बीत जाने के बाद भी 7 करोड़ रुपये की लागत से त्रिवेणी चौक से रेलवे स्टेशन तथा रेलवे स्टेशन से अधोया बाईपास तक तीन किलोमीटर लंबा बनने वाले चारमार्गीय निर्माण कार्य पूरा नहीं किया जा सका। प्रथम चरण में नाले का निर्माण, द्वितीय चरण में चार मार्गीय व तृतीय चरण में सीवरेज डालने के काम ने बार-बार सड़क तोड़ने-बनाने के चलते लोगों की परेशानी बढ़ी। इस बीच घटिया सामग्री के प्रयोग, लीपापोती व अनावश्यक विलम्ब को नजर अंदाज करने से प्रशासन की भूमिका भी संदिग्ध बनी हुई है। हल्की बारिश से जगह-जगह पर जमीन धंसने से कई वाहन क्षतिग्रस्त:-

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हल्की बारिश से जमीन दरकने से कई वाहन चालक दुर्घटना के शिकार होकर घायल व चोटिल हुए जो कस्बा में चर्चा का विषय बने हुए हैं। चार मार्गीय सड़क संकरी होकर रह गई। इसके साथ बरसात व आंधी से विजिबिलिटी कम होने से कई वाहन खाई में जा गिरे व जिन्हें देर रात क्रेन की सहायता से निकाला गया, जिससे वाहनों व चालकों को क्षति पहुंची।

अवरोधक-संकेतक न होने से दुर्घटनाएं बढ़ी

मुख्य बाजार में चल रहे निर्माण कार्य स्थल पर अवरोधक-संकेतक नहीं लगाए गए, जिससे दर्जनों लोग व वाहन दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। यहां तक की एक मजदूर की मौत व अन्य लोग टांग तुड़वाने के अतिरिक्त कई पीड़ित चोटिल हो चुके हैं। परंतु कभी भी निर्माणाधीन स्थल पर अवरोधक व संकेतक न लगाने से ठेकेदार व प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट झलकती है। नागरिक मंच व अन्य सामाजिक संगठनों ने समय-समय पर प्रशासन का ध्यान इस ओर खींचने का प्रयास किया परंतु सभी प्रयत्न विफल रहे।

विभाग ठेकेदार पर मेहरबान

विभाग द्वारा तय समय सीमा में कार्य समाप्त न होने पर संविदाधारक पर प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माने का प्रावधान होता है परंतु कार्य की धीमी गति से प्रतीत पड़ता है कि विभाग इस प्रावधान को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं है। वर्षों से चल रहे निर्माण कार्य से दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित हुआ है। दुकानदार संघ व नागरिक मंच ने सरकार से शीघ्र अति शीघ्र निर्माण कार्य को पूरा करने की गुहार लगाई है।


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