एसआइटी ने सौंपी रिपोर्ट, कई ठहराए जिम्मेदार
कोलकाता-अमृतसर एक्सप्रेस में 20 तोला सोना चोरी प्रकरण में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की किरकिरी का मुद्दा उत्तर रेलवे के आइजी आरपीएफ की बैठक में छाया रहा।
दीपक बहल, अंबाला
कोलकाता-अमृतसर एक्सप्रेस में 20 तोला सोना चोरी प्रकरण में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की किरकिरी का मुद्दा उत्तर रेलवे के आइजी आरपीएफ की बैठक में छाया रहा। उत्तर रेलवे के दिल्ली, मुरादाबाद, फिरोजपुर, अंबाला और लखनऊ इंस्पेक्टरों की बैठक हुई, जिसमें आइजी एनएन यादव के तेवर कड़े दिखाई दिए। इंस्पेक्टरों को सख्त हिदायत दी कि अंबाला जैसा प्रकरण किसी अन्य जगह पर मिला, तो बख्शा नहीं जाएगा। अंबाला प्रकरण में जो भी दोषी हैं, उन पर विभाग क्या कार्रवाई करता है, यह आप सबको पता चल जाएगा।
उधर, 20 तोला सोना चोरी प्रकरण की रिपोर्ट एसआइटी ने आइजी को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में मुरादाबाद से लेकर अंबाला में सीआइबी और आरपीएफ पोस्ट की क्या-क्या भूमिका रही, इसका विस्तार से ब्योरा दिया गया है। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट पर तीन तरह के एक्शन लिए जा सकते हैं, जिसमें नौकरी से बर्खास्तगी की विभागीय सजा भी शामिल है। इसके अलावा जबरन रिटायर्ड भी किया जा सकता है। हालांकि, आइजी अभी रिपोर्ट पर मंथन कर रहे हैं, जिसके बाद स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट होगी। सूत्रों का कहना है कि आइजी को सौंपी रिपोर्ट में कई लोगों को जिम्मेदार ठहराया गया है। यहां तक की आरपीएफ पोस्ट में भी कुछ लोगों को हल्की विभागीय सजा भी दी जा सकती है।
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मुरादाबाद से अंबाला तक चिन्हित किए दोषी
एसआइटी मुरादाबाद से अंबाला तक आरपीएफ के जवान और इंस्पेक्टर की क्या भूमिका रही, इसकी तह तक पहुंच चुकी है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। दूसरी ओर बनारस जीआरपी की एक टीम दिल्ली स्थित लाखन के घर तक पहुंच चुकी है। लाखन को पेश करने के लिए रेलवे पुलिस ने कई लोगों से संपर्क भी किया है। लाखन की गिरफ्तारी के बाद ही कई राज से पर्दा उठेगा।
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यह है मामला
सिरसावा एयरफोर्स स्टेशन में तैनात रवि शंकर तिवारी का 20 तोले सोना ट्रेन में चोरी हो गया था। तिवारी बनारस से चले थे और सपरिवार सहारनपुर उतरे थे। चोरी करने के बाद लाखन और उसका अन्य साथी अंबाला आउटर पर उतर गया। यहां आरपीएफ की सीआइबी टीम ने लाखन को पकड़ लिया। जबकि उसका साथी फरार हो गया। लाखन पर रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। बाद में उसे जमानत मिल गई थी।