प्रदूषण विभाग के कागजों में सील, स्क्री¨नग प्लांटों में हो रहा अवैध खनन
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ प्रदूषण विभाग की ओर से सील किए जाने के बावजूद भी स्क्री¨नग प्लांट स
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़
प्रदूषण विभाग की ओर से सील किए जाने के बावजूद भी स्क्री¨नग प्लांट संचालक सील तोड़कर प्लांट चला रहे हैं। संचालक अवैध तौर पर भारी मात्रा में खनन करने में भी जुटे हैं। प्रशासन व विभाग की कार्रवाई को धत्ता बताने वाले ऐसे प्लांट संचालकों क्षेत्र में बहुत हैं। कुछ संचालक इस कदर बेखौफ हैं कि उन्होंने दो बार सील किए जाने के बावजूद अपने प्लांटों को दोबारा से चालू कर दिया।
खनन विभाग के अधिकारी भूपिन्द्र ¨सह ने पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत में आरोप लगाया कि क्षेत्र के गांव मियांपुर स्थित नीलकंठ स्क्री¨नग प्लांट व बलबीर स्क्री¨नग प्लांट को 31 अगस्त को प्रदूषण विभाग ने सील कर दिया था। सील लगाने के बाद भी इन प्लांट के संचालकों ने अपने प्लांटों को बददस्तूर चलाना जारी रखा। यही नहीं विभाग ने दो जनवरी को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए इन्हें पुन: सील कर दिया था। दस जनवरी को खनन विभाग की टीम ने जब मौके का दौरा किया तो उपरोक्त दोनों प्लांट चालू थे। बड़े पैमाने पर ग्रेवल का अवैध स्टॉक भी अपने प्लांटों पर कर लिया। संगरानी प्लांट की भी टूटी सील
इसी प्रकार खनन अधिकारी ने क्षेत्र के गांव संगरानी में स्थित संगरानी स्क्री¨नग प्लांट यूनिट-2 को भी 31 अगस्त-2018 के साथ-साथ बीते 2 जनवरी को भी सील कर दिया था। इस संचालक ने भी सभी नियम व कायदों को तार-तार करते हुए बड़े पैमाने पर अवैध खनन करने के साथ-साथ विभाग द्वारा लगाई गई सील को भी तोड़ डाला। खनन अधिकारी की शिकायत पर केस
खनन अधिकारी की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने उपरोक्त तीनों प्लांट संचालकों के खिलाफ आइपीसी की धारा 188, 379 व 21(4ए) एमएमआरडी एक्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।