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एसडीएम साहब! न पंखे चल रहे, न टोकन सिस्टम यहां अव्यवस्थाओं को कैसे झेल रही होगी पब्लिक

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : एसडीएम साहब! यहां पब्लिक रोजाना कैसे मुसीबतें झेल रही ह

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 08:26 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 08:26 PM (IST)
एसडीएम साहब! न पंखे चल रहे, न टोकन सिस्टम 
यहां अव्यवस्थाओं को कैसे झेल रही होगी पब्लिक
एसडीएम साहब! न पंखे चल रहे, न टोकन सिस्टम यहां अव्यवस्थाओं को कैसे झेल रही होगी पब्लिक

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : एसडीएम साहब! यहां पब्लिक रोजाना कैसे मुसीबतें झेल रही होगी। न पंखे चल रहे हैं, न हवा का कोई सिस्टम है। यहां जल्द से जल्द पंखों की व्यवस्था कराई जाए। एसडीएम कार्यालय परिसर में औचक निरीक्षण करने पहुंची डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने कुछ इसी अंदाज में बात की। हालात ये थे कि एसडीएम कार्यालय की ई दिशा केंद्र में टोकन सिस्टम भी बंद पड़े थे और सफाई व्यवस्था का बुरा हाल था। इसके अलावा आरसी और ड्राइ¨वग लाइसेंस की जहां पर फाइल जमा होती है वहां न तो किसी खिड़की पर यह लिखा था कि यहां फाइल जमा होती है, न कहीं यह लिखा था कि लाइसेंस की यहां से फाइल मिलती है और न ही किसी प्रकार की कोई जानकारी के लिए कोई बोर्ड लगाए गए थे। हालात ये थे कि एसडीएम कार्यालय में कुत्ते सोते हुए मिले। डीसी ने जैसे ही एसडीएम कार्यालय में इतनी अनियमितताएं देखी तो तुरंत एसडीएम को बुलवाया। कुछ ही पलों में एसडीएम स¨तद्र सिवाच मौके पहुंच गए। इसके बाद डीसी ने उन्हें सभी अनियमितताओं को दुरुस्त कराने और तुरंत प्रभाव से लाइसेंस और आरसी फाइल जमा कराने वाली खिड़कियों के एरिया परिसर में पंखे लगवाने के निर्देश दिए। सुबह करीब 11 बजे से लेकर दोपहर करीब 12 बजे तक डीसी यहीं रही।

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डीसी ने पूछी समस्याएं तो फूट पड़ा जनता का दर्द

खुद अव्यवस्थाओं को देख डीसी ने लाइनों में खड़ी जनता से बातचीत की। डीसी ने पूछा कि आप यहां कब से खड़े हैं? क्या आपको कोई दिक्कत हैं? यह पूछते ही मौके पर खड़ी जनता का दर्द फूट पड़ा। जनता ने बताया कि वह सुबह नौ बजे से यहां खड़े हैं न तो टोकन सिस्टम चलता, न ही कोई बताने वाला है कि कहां क्या होगा। इतना ही नहीं, डीसी ने खुद मौके पर लोगों की फाइल भी चेक की। लोगों ने बताया कि जिनकी जान-पहचान होती है उनके काम जल्द ही हो जाते हैं वरना जो हमारे जैसे लोग होते हैं वह कई घंटे खड़े रहकर वापस निकलने को मजबूर हो जाते हैं।

स्टाफ से पूछताछ, डीसी को नहीं दे पाए संतोषजनक जवाब, लगाई लताड़

पब्लिक से बातचीत करने के बाद डीसी ई दिशा केंद्र व दूसरे केंद्र में पहुंचीं। वहां कर्मचारियों ने उनके बारे में पूछते हुए उनकी कार्यशैली जानी। कर्मी ने बताया कि मैं लोगों को टोकन देता हूं, दूसरे ने पूछा तो उसने कहा कि मैं फाइल व डाक्यूमेंट की जांच करता हूं। इस पर डीसी ने कहा कि यह काम तो एक कर्मी भी कर सकता है। इसके लिए दो-दो कर्मी क्यों लगाए गए हैं। इस पर दूसरे कर्मी ने कहा कि इनमें से अकसर एक कर्मी कोर्ट केस में जाया रहता है।

राशन कार्ड की फाइल लेने वाले को भगाया

एसडीएम कार्यालय में राशन कार्ड की फाइल लेने के लिए एक कर्मी को लगाया गया था। डीसी ने कर्मी से पूछा कि आप यहां क्या करते हो। कर्मी ने जवाब दिया कि वह डीएफएससी कार्यालय से यहां आया है। लोगों की राशन कार्ड की फाइल उनसे लेकर कार्यालय में पहुंचाता हूं। इससे डीसी नाखुश नजर आई। उसे लताड़ लगाते हुए कहा कि आपका यहां क्या काम है? आप अपने कार्यालय चलें? यह सुनते ही कर्मी वहां से चलता बना।


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