एसडीएम का निरीक्षण, चावल मिलों में धान की सुखाई के साथ तुलाई का काम पाया
मंडी क्षेत्र से बाहर धान की सुखाई व तुलाई ना करने के एसडीएम नारायणगढ़ द्वारा जारी फरमान से मंडी के आढ़तियों के साथ-साथ निजी चावल मिल मालिकों में भी हड़कंप मच गया है। कुछ किसान नमी वाली धान स्थान के अभाव के चलते निजी सैलरों में सूखा लेते हैं। शनिवार को एसडीएम नारायणगढ़ ने औचक निरीक्षण कर अनेकों निजी चावल मिलों में धान की सुखाई के साथ तुलाई का काम भी पाया जिस पर तुरन्त संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने तुलाई व सूखाई मण्डी क्षेत्र से बाहर न करने के आदेश जारी कर दिए।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : मंडी क्षेत्र से बाहर धान की सुखाई व तुलाई ना करने के एसडीएम नारायणगढ़ द्वारा जारी फरमान से मंडी के आढ़तियों के साथ-साथ निजी चावल मिल मालिकों में भी हड़कंप मच गया है। कुछ किसान नमी वाली धान स्थान के अभाव के चलते निजी सैलरों में सूखा लेते हैं। शनिवार को एसडीएम नारायणगढ़ ने औचक निरीक्षण कर अनेकों निजी चावल मिलों में धान की सुखाई के साथ तुलाई का काम भी पाया जिस पर तुरन्त संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने तुलाई व सूखाई मण्डी क्षेत्र से बाहर न करने के आदेश जारी कर दिए। मंडी के आढ़तियों के साथ-साथ निजी चावल मिल मालिकों का कहना था कि धान की कटाई के लिए मजदूरों की भारी कमी होने के चलते धान उत्पादक मशीनों द्वारा अपना धान कटवा रहे हैं। मशीनों द्वारा धान कटवाकर मंडी में बिकने के लिए आने वाले धान में नमी की मात्रा काफी होने के चलते उसे सूखाना अनिवार्य है परन्तु मण्डी क्षेत्र में नमी वाले धान की सुखाई करने के लिए पर्याप्त स्थान न होने के चलते कुछ निजी चावल मिल मालिक किसानों के इस नमी वाले धान को अपने मिलों में खाली पड़े स्थान पर सूखा रहे थे। परंतु शनिवार को एसडीएम नारायणगढ़ द्वारा जारी फरमान के उपरान्त नमी वाले धान को सुखाने की समस्या आढ़तियों के साथ-साथ निजी चावल मिल मालिकों के सामने भी आ खड़ी हुई है। इस बारे जब एसडीएम नारायणगढ़ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मण्डी क्षेत्र से बाहर किसी भी स्थान पर धान की सुखाई करना व तुलाई करना सरकारी नियमों के विरूद्ध है। उन्होंने अनेकों जगह इस धान की तुलाई होती हुई पाई जोकि खुलेआम व्यापारियों द्वारा कानून का उल्लंघन किया जा रहा है। नमी वाले धान को मण्डी में सुखाने के लिए पर्याप्त स्थान न होने पर एसडीएम का कहना था कि इस बारे मंडी आढ़तियों को मण्डी सचिव के साथ बातचीत करनी चाहिए। मंडी सचिव ही उनसे ही बात करेंगे और वे मण्डी सचिव से बात कर उनकी इस समस्या का समाधान करेंगे परंतु मंडी क्षेत्र से बाहर धान की सुखाई के साथ-साथ तुलाई के कार्य को नहीं होने देंगे।