जालंधर से आई रिपोर्ट, अंबाला के पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू का कहर पंचकूला के बरवाला क्षेत्र में खूब हुआ लेकिन इसकी जद में अंबाला जिला भी आ गया है। इसका खुलासा जालंधर से आई रिपोर्ट के बाद हुआ है। पशुपालन विभाग ने शहजादपुर के गांव बिचपड़ी से दो पोल्ट्रीफार्म से 25 दिन पहले 15 सैंपल लिए थे और उन्हें जांच के लिए जालंधर भेजा गया था। जहां से रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
अवतार चहल, अंबाला शहर
बर्ड फ्लू का कहर पंचकूला के बरवाला क्षेत्र में खूब हुआ, लेकिन इसकी जद में अंबाला जिला भी आ गया है। इसका खुलासा जालंधर से आई रिपोर्ट के बाद हुआ है। पशुपालन विभाग ने शहजादपुर के गांव बिचपड़ी से दो पोल्ट्रीफार्म से 25 दिन पहले 15 सैंपल लिए थे और उन्हें जांच के लिए जालंधर भेजा गया था। जहां से रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
बता दें कि पंचकूला के बरवाला क्षेत्र में बर्ड फ्लू फैल गया था। बरवाला क्षेत्र के साथ जिला अंबाला के शहजादपुर क्षेत्र लगता है। जिसमें गांव बिचपड़ी है जो शहजादपुर हाईवे से लगभग दस किलोमीटर की दूरी पर है। यहां पर दो पोल्ट्रीफार्म हैं, जिनमें बड़ी संख्या में मुर्गियां रखी थीं। इसी कारण पशुपालन विभाग की ओर से 14 जनवरी को बर्ड फ्लू होने की आशंका के चलते 15 सैंपल लिए गए थे और इन सैंपलों को जांच के लिए जालंधर भेज दिया गया था। जहां से रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। बिचपड़ी गांव में पवन नाम का पोल्ट्री फार्म के सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके चलते विभाग की ओर से नोटिफिकेशन कर दी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक डिपार्टमेंट की ओर से उक्त एरिया में पूरा चेकअप किया गया। पोल्ट्रीफार्म आबादी से काफी दूर है और इनमें इस समय कोई पक्षी नहीं है। जिस पोल्ट्री फार्म की रिपोर्ट पॉजिटिव है उसमें भी कोई पक्षी नहीं है।
----- बर्ड फ्लू फैलने पर यह रखना होता है ध्यान
जब बर्ड फ्लू फैलता है तो इसमें खास ध्यान रखता होता है। संबंधित पोल्ट्रीफार्म में फोगिग की जाती है। पोल्ट्रीफार्म को तीन माह के लिए सीज किया जाता है। जिसमें इस दौरान कोई पक्षी नहीं रखा जाता। इसके साथ ही सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक इसमें दवाइयों का स्प्रे किया जाता है। इसका पूरा ध्यान रखा जाता है।
------ -1 करोड़ 80 लाख का हुआ नुकसान
सुमित पोल्ट्री के संचालक सुमित कंसल ने बताया कि उसके फार्म से 8-9 सैंपल लिए गए थे, जिनमें दो आइस बॉक्स में भी सैंपल लिए गए थे। उनके क्षेत्र में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। जेसीबी के साथ गड्ढा खुदवाकर 92 हजार पक्षियों को दबा दिया गया था। 25 जनवरी के लगभग सभी पक्षी खत्म हो गए थे। इसके बाद से मैं खुद ही सैनिटाइज करवा रहा हूं। यहां तक कि प्लास्टिक के पर्दे तक जला दिए गए हैं। 92 हजार पक्षी दबाने पर सीधे तौर पर 1 करोड़ 80 लाख का नुकसान हुआ है।
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-बर्ड फ्लू फैलने की किसी ने कोई सूचना नहीं दी गई। उन्हें ग्रामीणों से जानकारी मिली थी कि बीमारी फैल रही है और इस कारण पोल्ट्री फार्म संचालक मुर्गियों को कुएं में डाल रहे हैं। इसके बाद संचालकों को काल की थी। जिसमें प्रबंध करने के लिए कहा गया था और संचालकों ने भी आश्वासन दिया था।
नैब सिंह, सरपंच पति, बिचपड़ी
----- -नोटिस में आने पर पोल्ट्रीफार्म की जांच की गई, जहां पर इस समय कोई पक्षी नहीं है। दोनों फार्म खाली हैं। उन्हें सैंपलिग के भरने के दौरान पोल्ट्री फार्म ने सूचना नहीं दी थी कि पक्षी मर रहे हैं, लेकिन विभाग की टीम खुद जुटी हुई थी।
डा.देवेंद्र ढूल, एसडीओ, पशु पालन विभाग