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पाकिस्तानी साफ्टवेयर इंजीनियर को रिश्तेदार ने भरी हामी

जासूसी के आरोपों में फंसे पाकिस्तानी साफ्टेवयर इंजीनियर अली मुर्तजा असगर को स्योरिटी भरे जाने की उम्मीद लगी है। उसके किसी संबंधी ने स्योरिटी देने के लिए हामी भर दी है लेकिन कागजी प्रकिया संबंधी के अदालत में पहुंचने के बाद ही पूरी होगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Jul 2021 07:00 AM (IST)Updated: Mon, 12 Jul 2021 07:00 AM (IST)
पाकिस्तानी साफ्टवेयर इंजीनियर को रिश्तेदार ने भरी हामी
पाकिस्तानी साफ्टवेयर इंजीनियर को रिश्तेदार ने भरी हामी

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जासूसी के आरोपों में फंसे पाकिस्तानी साफ्टेवयर इंजीनियर अली मुर्तजा असगर को स्योरिटी भरे जाने की उम्मीद लगी है। उसके किसी संबंधी ने स्योरिटी देने के लिए हामी भर दी है, लेकिन कागजी प्रकिया संबंधी के अदालत में पहुंचने के बाद ही पूरी होगी। फिलहाल संबंधी से मोबाइल पर ही बातचीत हुई है।

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पाकिस्तानी नागरिक को एक सप्ताह के भीतर स्योरिटी चाहिए। इसके लिए भारत के ही किसी नागरिक की स्योरिटी चाहिए होगी। इसमें जमानती को खुद पहुंच कर 50 हजार रुपये की कीमत के वाहन की आरसी देनी होगी। इसके लिए पिछले चार दिन से तैयारी की जा रही थी।

बता दें कि जासूसी के आरोपों में फंसे पाकिस्तानी नागरिक साफ्टवेयर इंजीनियर अली मुर्तजा असगर को अदालत ने 6 जुलाई को सभी आरोपों से मुक्त करते हुए बरी कर दिया था। तब से लेकर अब तक पाकिस्तानी नागिरक अपने वकील एसके माकन के संरक्षण में रह रहा है। जो बरी होने के एक सप्ताह तक रहेगा। ऐसे में वकील की ओर से कागजी प्रकिया पूरी करवाई जा रही है।

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-दस दिन का था टूर और लग गए दो साल

पाकिस्तानी नागरिक अली मुर्तजा असगर ने बताया कि वह दूसरी बार भारत दस दिन के लिए आया था। उसने 3 अगस्त 2019 को भारत में प्रवेश किया था और 14 अगस्त 2019 को गिरफ्तारी हो गई थी। उसे 15 दिन बाद पूरे दो साल हो जाएंगे। जबकि मेरे पास मुंबई, अहमदाबाद, सूरत, बुरहानपुर और गलियाकोट का वीजा था, लेकिन अंबाला में पहुंचने पर गिरफ्तारी हो गई थी। जिसके चलते अदालत में मुकदमा चला। पाकिस्तानी ने बताया कि वह दूसरी बार भारत में आया था। मेरा एक साल का वीजा लगा था, जिसमें वह तीन बार पाकिस्तान से भारत में चक्कर लगा सकता था। इससे पहले मार्च 2019 में आया था। वकील एके माकन व दीपक कंवर ने बताया कि अंबाला अदालत बरी कर चुकी है।


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