नागरिक अस्पताल छावनी में 350 कैंसर के मरीज का हुआ पंजीकरण
जिले में कैंसर की बीमारी से जूझ रहे लोगों को अब इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। नागरिक अस्पताल छावनी में ही इलाज की व्यवस्था और अधिक हाईटेक होने जा रही है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : जिले में कैंसर की बीमारी से जूझ रहे लोगों को अब इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। नागरिक अस्पताल छावनी में ही इलाज की व्यवस्था और अधिक हाईटेक होने जा रही है। इसके लिये कैंपस में में ग्राउंड प्लस थ्री फ्लोर की बिल्डिग का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। जिन कैंसर रोगियों का किसी दूसरे अस्पतालों में इलाज चल रहा है वह भी नागरिक अस्पताल छावनी में पंजीकरण कराकर कार्ड बनवा सकते हैं।
मरीजों को यहां से कैंसर की निशुल्क दवाओं के साथ अन्य सुविधायें भी मिलेंगी। इसके लिए नागरिक अस्पताल छावनी की तरफ से स्वास्थ्य मुख्यालय को प्रस्ताव तैयार करके भेज दिया है। स्वास्थ्य मुख्यालय ने भी गृहमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में बनकर तैयार होने वाले इस अस्पताल में कुशल चिकित्सकों के साथ अन्य स्टाफ की भर्ती कराने की औपचारिकता भी पूरी कर दी है। फिलहाल यहां पर कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. विकास गुप्ता मरीजों का इलाज कर रहें हैं।
अब तक के रिकार्ड को देखा जाये तो यहां पर करीब 350 कैंसर के मरीजों का पंजीकरण हुआ है, जिन्हें अस्पताल में उपलब्ध आवश्यक दवायें भी दी जा रही है। इसमें मुंह, गले, स्तन और गर्भाशय के कैंसर मरीज शामिल है। गर्भाशय के कैंसर वाले मरीजों की बीमारी को देखते हुये चंडीगढ़ रेफर किया जाता है। एंड आफ लाइफ केयर की सुविधा
कैंसर के ऐसे मरीजों की खास देखभाल की जाती है जो एंड आफ लाइफ के दायरे में आते हैं। उनके लिए दर्द निवारक खास दवायें भी दी जाती है। यह दवायें काफी तेजी से दर्द को दूर करती है और मरीज को तुरंत आराम मिलता है। चिकित्सक इन दवाओं को कैंसर के सामान्य रोगियों को प्रयोग करने की सलाह नहीं देते हैं। अभी फिलहाल है कीमोथेरेपी
अंबाला में कैंसर रोगियों के लिए नागरिक अस्पताल छावनी में फिलहाल अभी कीमोथेरेपी की सुविधा है। अस्पताल प्रशासन की तरफ से कैंसर के पंजीकृत मरीजों को आवश्यकता पड़ने पर समय पर कराने का दावा कर रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मरीजों को मुफ्त में कीमोथेरेपी कराने के निर्देश दिये गये हैं। निजी अस्पतालों में महंगे हैं कीमोथेरेपी कराना
अगर प्राइवेट अस्पतालों में कैंसर का मरीज कीमोथेरेपी कराता है तो उसे 15 से 20 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं। आम तौर पर कैंसर मरीजों को 6 से 7 सत्रों में कीमोथेरेपी कराना अनिवार्य होता है। अगर देखा जाये तो एक लाख रुपये तक का खर्च उठाना पड़ता है। चंडीगढ़ को छोड़कर पूरे हरियाणा में नहीं है कैंसर अस्पताल
हरियाणा में ऐसे लोगों के लिए राहत की खबर है कि अब उन्हें कैंसर की बीमारी के लिए चंडीगढ़ के पीजीआई में लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अंबाला के छावनी अस्पताल में कैंसर रोगियों के इलाज से लेकर आप्रेशन की सुविधा उपलब्ध होगी। राज्य सरकार ने कैंसर मरीजों के इलाज के लिए अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में 50 बेड वाले तीन से चार मंजिला कैंसर अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा करा दिया है। फोटो : 12
कैंसर के मरीजों को यहां अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के मुताबिक दवाएं दी जा रही है। यहां पंजीकृत मरीजों का कीमोथेरेपी किया जाता है। अगर इसके बाद भी सुधार नहीं होता है तो उसे पीजीआइ चंडीगढ़ के लिए रेफर कर दिया जाता है। जल्द शुरू होने वाले कैंसर अस्पताल में मरीजों का रेडियोथैरेपी और सर्जरी की भी सुविधा मिलेगी।
- डा. विकास गुप्ता, कैंसर रोग विशेषज्ञ नागरिक अस्पताल छावनी