सरकार के आदेशों से जीएम बेपरवाह, टीएम बोले सभी ड्राइवर जल्द लगेंगे रूटों पर
सरकार के आदेशों के बावजूद अंबाला में अभी भी करीब 17 परिचालकों की लगाई विभिन्न स्थानों पर ड्यूटी, 25 परिचालकों को वापस रूट पर लगाया, लेकिन परिचालक नहीं होने के कारण कई रूट अभी भी ठप
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: हरियाणा रोडवेज में चल रहा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। सरकार ने प्रदेश के सभी जीएम को आदेश जारी करते हुए रूट से हटाकर इधर-उधर लगाए गए परिचालकों को मुख्य रूट पर लगाने के आदेश तो जारी कर दिए लेकिन अंबाला में अभी इन आदेशों की अनुपालना नहीं हो रही। हालात यह हैं कि अभी भी अंबाला डिपो के करीब 17 परिचालकों को बस अड्डे, ओवर टाइम ड्यूटी, ट्रैफिक ब्रांच, अकाउंट ब्रांच, ड्यूटी सेक्शन, बु¨कग ब्रांच इत्यादि में ड्यूटी लगाई गई हैं। जबकि सरकार के आदेशों के अनुसार ऐसा नहीं किया जा सकता। बड़ी बात यह है कि यह सभी वर्ष 2008 बैच के ही हैं। हालांकि सरकार के आदेशों के बाद करीब 25 परिचालकों को मुख्य रूटों पर लगा दिया गया है। यह भी पहले इधर-उधर विभिन्न विभागों में लगाए गए थे। इन परिचालकों को लगाया गया रूटों पर
प्रेम चंद, मो¨हद्र, जो¨गद्र, गुलजार, सुनील, विनोद, नरेश, राकेश, सुखदेव, राजेश, जो¨गद्र, देवेंद्र, उमेश, मिश्री लाल, कश्मीरा, दलीप, हर¨वद्र, अर¨वद्र इकबाल, सुखदेव, सुरेश नेहरा, जसमेर ¨सह, ज¨तद्र, चेतन व सुरेंद्र ¨सह को फिर से मूल रूटों पर लगा दिया गया है। मांगों को लेकर टीएम को सौंपा ज्ञापन
इधर विभिन्न मांगों को लेकर तालमेल कमेटी ने ट्रैफिक मैनेजर कर्मबीर ¨सह को जीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें चालक ट्रे¨नग स्कूल में आउटसोर्स पर लगे चालकों को हटाया जाए क्योंकि नियमों के अनुसार अंबाला डिपो में चालक पहले ही ज्यादा हैं। लंबे समय से अटके पड़े टीए, ओवर टाइम, एलटीसी, एजुकेशन, यूनिफार्म और शूज अलाउंस जोकि लंबे समय से नहीं दिया गया भुगतान करवाया जाए। अवैध तरीके से छावनी में चल रही पंजाब और प्राइवेट बसों को बंद करवाया जाए। इतना ही नहीं छावनी बस स्टैंड पर शौचालय के नाम पर यात्रियों से हो रही लूट को बंद करवाने की मांग भी यूनियन ने रखी व मुख्यालय के आदेशों के अनुसार वर्ष 2008 और 2012 के बैच के परिचालकों को मार्ग ड्यूटी पर लगाने की मांग रखी गई।