परमात्मा से जुड़ने से मिलती है असली खुशी : पूनम
शहर के कालका चौक पर चल रहे अलविदा तनाव शिविर में शुक्रवार को ब्रह्मकुमारीज पूनम ने बताया कि सबका मालिक एक है और वह परम पिता परमात्मा है। परमात्मा सुख शांति का आनंद का सागर है परमात्मा जन्म मरण से न्यारा है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: शहर के कालका चौक पर चल रहे अलविदा तनाव शिविर में शुक्रवार को ब्रह्मकुमारीज पूनम ने बताया कि सबका मालिक एक है और वह परम पिता परमात्मा है। परमात्मा सुख शांति का ,आनंद का सागर है, परमात्मा जन्म मरण से न्यारा है। परमात्मा का परिचय न होने के कारण हम परमात्मा से रिश्ता जोड़ ही नहीं पाए। यदि हम उससे रिश्ता जोड़ते हैं तो वह हमें भय, अशांति दुखों से परे रखता है। आत्मा की चाह आनंद शांति सुख खुशी है और वह हमें पदार्थों से नहीं मिल सकती। पवित्र और असली खुशी परमात्मा से कनेक्शन जोड़ने से मिलती है। ब्रह्मकुमारी पूनम ने मेडिटेशन के माध्यम से परमात्मा से जुड़ने की विधि बताई। उन्होंने बताया कि जैसे आत्मा का रूप एक छोटी बिदी के रूप में चमकता हुआ सितारा है वैसे ही परमात्मा भी प्रकाश स्वरूप है। परमपिता रचयिता है और हम सब उसकी रचना हैं। पिता का नाम शिव है, शिव मायने कल्याणकारी । इस मौके सभी श्रोताओं पर पुष्प वर्षा कर आनंद उत्सव मनाया गया। ब्रह्मकुमारी ने बताया कि 31 मार्च रविवार को एक विश्व सछ्वावना दौड़ का आयोजन किया जाएगा।