रेलवे का बड़ा कदम: अब ऑनलाइन रेल टिकट बुकिंग पर रोक, सिर्फ टिकट रद करा सकते हैं यात्री
रेलवे ने लॉकडाउन में ट्रेनों के आवागमन बंद होेने के बाद अब ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग पर रोक लगा दिया है। अब सिर्फ ऑनलाइन टिकट रद कराया जा सकता है।
अंबाला, [दीपक बहल]। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पाेरेशन (आइआरसीटीसी) के माध्यम से लाखों यात्रियों ने ई-टिकट बुक करवाए और लॉकडाउन के कारण टिकटों को रद करवाना पड़ा। रेलवे मंत्रालय ने अब ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग पर राेक लगा दी है, बस टिकट रद किया जा सकता है।
लॉकडाउन के कारण सभी यात्री ट्रेनों को रद कर दिया गया, लेकिन ऑनलाइन रेल टिकट पर 15 से 30 रुपये सुविधा शुल्क प्रत्येक टिकट पर लिया गया। यह लौटाया नहीं गया। ऐसा दो बार देश के लाखों यात्रियों के साथ हो चुका है। यात्रियों को बार-बार चपत न लगे इसलिए रेल मंत्रालय ने आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर टिकटें बुक करवाने पर ही रोक लगा दी है।
देश में लॉकडाउन भले 3 मई तक लगा है लेकिन अगले आदेशों तक अब ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग पर रोक लगा दी है। अब आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर सिर्फ टिकट रद किए जा सकते हैं लेकिन बुकिंग नहीं होगी। इसके अलावा जिन ट्रेनों में अधिक भीड़ रहती थी, जनसेवा, जननायक सहित कई पैसेंजर ट्रेनों में उनके संचालन में लंबा समय लग सकता है। लॉकडाउन में राहत यदि मिलेगी तो ऐसी ट्रेनों के संचालन पर रेलवे एकदम फैसला नहीं लगेगा।
30 अप्रैल तक करीब 32 लाख रेल टिकटें देशभर में बुक की गई जो अब लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण रद होगी। करीब 32 लाख टिकटों को रद करने के बावजूद रेलवे की झोली में करीब 4.50 करोड़ रुपये आए थे। यह रुपये प्रत्येक टिकट पर सुविधा शुल्क के नाम पर वसूल किए गए जिसे रेलवे लौटाता नहीं है। हालांकि, लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण टिकट रद का जो चार्ज रेलवे वसूल करता है उसे वसूल नहीं किया जाएगा था। इन टिकटों के रद होने से रेलवे का अरबों रुपयों का आíथक नुकसान जरूर होगा लेकिन यात्रियों को भी चपत लगी।
14 से 30 अप्रैल तक उत्तर रेलवे के 21.17 लाख यात्रियों ने आइआरसीटीसी की बेवसाइड से टिकटें बुक करवाई थी। स्पीलर हो या फिर एसी। क्लास बढ़ने के साथ साथ सुविधा शुल्क भी लिया गया था। यह सुविधा शुल्क शुल्क मूल किराये से अलग होते हैं। एसी क्लास में प्रत्येक टिकट 30 रुपये सुविधा शुल्क लिया गया था। इस शुल्क लेने के पीछे रेलवे का तर्क था कि वेबसाइट और बैंक से लेन-देन होता है, इसलिए सुविधा शुल्क नहीं लौटाया जाता। एक दूसरी बार लॉकडाउन बढ़ाया गया है लेकिन यात्रियों को परेशानी न हों, इसलिए अगले आदेशों तक टिकट बुक पर रोक लगा दी है।
चार माह पहले आरंभ हो जाती है बु¨कगरेलवे में चार माह पहले टिकट बु¨कग आरंभ हो जाती है। देश में 3 मई तक लॉकडाउन है लेकिन टिकट अगस्त तक बुक हो सकती है। फिर से लॉकडाउन बढ़ाने पर केंद्र सरकार या फिर किसी राज्य की सरकार फैसले न लें, इसलिए अब अगस्त तक की बु¨कग भी नहीं हो रही। जिन लोगों ने अगस्त की पहले टिकट बुक करवा रखी हैं उनको विकल्प दिया गया है वह ऑनलाइन टिकट रद करवा सकते हैं।
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