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रेल से तस्करी ने खोली सिस्टम की पोल, स्कैनर बिना कैसे हो पार्सल की जांच

दीपक बहल, अंबाला अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन से घरेलू सामान की आड़ में ड्राई राज्य गुजरात में शरा

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Oct 2019 09:35 AM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 09:35 AM (IST)
रेल से तस्करी ने खोली सिस्टम की पोल, स्कैनर बिना कैसे हो पार्सल की जांच
रेल से तस्करी ने खोली सिस्टम की पोल, स्कैनर बिना कैसे हो पार्सल की जांच

दीपक बहल, अंबाला

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अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन से घरेलू सामान की आड़ में ड्राई राज्य गुजरात में शराब तस्करी का पर्दाफाश होने के कारण रेलवे के सिस्टम की पोल खुल गई है। बिना जांचे परखे कैसा भी पार्सल देश के किसी भी कोने में भेजा जाता है और दूसरे स्टेशनों से अंबाला आता है। बिना स्कैन किए सामान को रेलगाड़ियों में लोड करना रेलवे सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। अंबाला छावनी जैसे अतिसंवेदनशील स्टेशन पर सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों के सामान को स्कैन करने के लिए स्कैनर तो लगा दिया है, लेकिन अभी यह शोपीस ही बना हुआ है। मौजूदा समय किसी भी ट्रेन में कोई भी पार्सल बिना जांच परख के लोड हो रहा है। शराब तस्करी की जांच में सुरक्षा एजेंसियां लगी हुई हैं, लेकिन शराब माफिया तक कानून के लंबे हाथ भी नहीं पहुंच पाए हैं। हालांकि कमर्शियल विभाग ने चीफ पार्सल सुपरवाइजर और क्लर्क को चार्जशीट थमाकर तबादला कर दिया है, लेकिन सिस्टम में बदलाव के लिए अभी कोई कदम नहीं उठाया गया है। अंबाला पार्सल कार्यालय में स्कैन होने के बाद ही रेलगाड़ी में सामान लोड हो, तभी इस तरह की तस्करी या किसी बड़ी घटना से बचा जा सकता है।

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आरपीएफ और जीआरपी की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

पार्सल में जो भी सामान बुक हो रहा है, रेल संपत्ति के नाते आरपीएफ की जिम्मेदारी है कि वह निगरानी रखे की ट्रेनों में क्या सामान आ-जा रहा है। इसी तरह कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी जीआरपी की है। उनकी निगाह से भी शराब तस्करी का मामला कैसे छिपा रहा। इसको लेकर भी सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल उठ रहा है। गुजरात के राजकोट में दो दिन लगातार सैकड़ों बोतलें शराब बरामद हुईं, जिससे स्पष्ट होता है कि गैरकानूनी ढंग से यह कार्य लंबे समय से चल रहा होगा। शराब तस्करी ने स्टेशन पर तैनात सुरक्षा एजेंसियां ही नहीं उनके नेटवर्क पर भी बड़ा सवाल उठा दिया है। यह बिना जानकारी के खेल चल रहा था या फिर कुछ और चल रहा था, यह भी जांच का विषय है।

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फोटो नंबर :: 20

सुरक्षा प्लान तैयार किया जा रहा : डीआरएम

डीआरएम दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन को लेकर सुरक्षा प्लान तैयार कर रहे हैं। इस पर काम चल रहा है और जल्द ही इसे अमलीजामा पहनाया जाएगा। स्टेशन को पूरी तरह से सुरक्षित किया जाएगा। सुरक्षा को लेकर एंट्री पर विशेष फोकस है।

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इस तरह से खुला था शराब तस्करी का खेल अंबाला से ड्राई राज्य गुजरात के लिए शराब की पहले खेप में 540 बोतलें और दूसरी बार 704 बोतलें भेजी गई थीं। पहली खेप कटरा से जामनगर जाने वाली गाड़ी संख्या 12478 ट्रेन में तथा दूसरी खेप कटरा से हापा जाने वाली गाड़ी संख्या 12476 ट्रेन में लोड की गई। दोनों बार शराब अंबाला छावनी से ही लोड की गई। 16 सितंबर 2019 को राजकोट पहुंची शराब की डिलीवरी दे दी गई, जिसे एसओजी ने पकड़ लिया। इसके बाद 17 सितंबर को जीआरपी और आरपीएफ ने भी अपने स्तर पर राजकोट में हापा एक्सप्रेस गाड़ी में चेकिग की, जिसमें 704 बोतल पकड़ी गईं। बता दें कि गुजरात में शराब प्रतिबंधित है।


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