रफ्तार बढ़ाने के लिए रेल विद्युतीकरण का टारगेट 4517 KM, एक किमी पर खर्च 70 लाख
2024 तक देशभर की सभी ट्रेनों का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य है। देश भर में 37368 किमी रेल लाइनें बिछी हैं।
अंबाला [दीपक बहल]। रेलवे को घाटे से उबारने के लिए रेलवे बोर्ड ने वित्त वर्ष 2020-21 ने 4517 किलोमीटर (किमी) रेल विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है। इससे जहां ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी, वहीं डीजल पर खर्च होने वाला रुपया भी बचेगा। विदेशों से आयत किए जाने वाले कच्चे तेल पर होने वाला खर्च जहां कम करने की तैयारी है, वहीं यात्रियों को फायदा होगा।
केंद्रीय रेलवे विद्युत संगठन (कोर इलाहाबाद) ने 9 चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर (सीपीडी) को दिशा निर्देश जारी किए हैं। इनमें सबसे ज्यादा रेल विद्युतीकरण का टारगेट लखनऊ में है, तो बेंगलुरु में सबसे कम है। 2024 तक देश भर की सभी ट्रेनों का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य है। देश भर में 37368 किमी रेल लाइनें बिछी हैं। पिछले साल तक 35438 किमी रेल विद्युतीकरण किया जा चुका है, जबकि 31 मार्च 2020 तक 41488 किमी करना है। रेलवे में मौजूदा समय की बात करें तो करीब 6 हजार डीजल इंजन हैं, जबकि विद्युतीकरण वाले रेल इंजन 5500 हैं। एक डीजल इंजन एक किमी में 5 लीटर डीजल की खपत करता है। इसी को ध्यान में रखते अब रेलवे का फोकस विद्युतीकरण पर है।
कहां कितना होगा विद्युतीकरण
रेलवे की ओर से जारी सूची में वित्त वर्ष 2020-21 में रेल विद्युतीकरण के टारगेट तय कर दिए हैं। इसके तहत अहमदाबाद सीपीडी में 780 किमी रेल विद्युतीकरण किया जाना है। इसी प्रकार दानापुर में 609, जयपुर में 256, अंबाला में 378, लखनऊ में 780, न्यू जलपाईगुड़ी 358, चेन्नई 177, सिकंदराबाद 642, बेंगलुरु में 378 किलोमीटर रेल विद्युतीकरण किया जाना है। इन सभी के टेंडर किए जा चुके हैं, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में जो टारगेट दिए जाने हैं, उसके लिए भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
एक किमी पर खर्च 70 लाख
रेलवे विद्युतीकरण की बात करें, तो इस पर प्रति किलोमीटर का खर्च भी कम नहीं है। आंकड़े बताते हैं कि एक किलोमीटर रेलवे विद्युतीकरण करने में 65 से 70 लाख रुपये का खर्च आता है। इस में पावर हाउस, बिल्डिंग सहित अन्य खर्च भी शामिल हैं।
2024 तक देश भर में होगा विद्युतीकरण : जीएम
केंद्रीय रेलवे विद्युत संगठन (कोर इलाहाबाद) के महाप्रबंधक यशपाल सिंह ने कहा कि वर्ष 2024 तक देश भर में विद्युतीकरण कर दिया जाएगा। इसके लिए टारगेट तय कर दिए गए हैं। इससे डीजल की खपत कम होगी, जबकि रेलवे का खर्च भी कम होगा। इसी तरह रेल यात्रियों को भी सुविधा होगी। कोर के अलावा रेलवे जोन और दूसरे विभाग भी विद्युतीकरण कर रहे हैं, जिससे लक्ष्य पूरा किया जा रहा है।
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