कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी, मुलाना मेडिकल कालेज में 50 बेड रिजर्व करने की योजना
- कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए अंबाला मेंतैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए बेड रिजर्व किए जा रहे हैं। बेहोशी और आनलाइन ट्रेनिग ले चुके चिकित्सकों को स्टेशन छोड़ने की मनाही की गई है। - शिशु रोग ि
- बेहोशी और आनलाइन ट्रेनिग ले चुके चिकित्सकों को स्टेशन छोड़ने की मनाही
- शिशु रोग विशेषज्ञों को सिविल सर्जन कार्यालय से अलर्ट रहने का आदेश जारी
जागरण संवाददाता, अंबाला : कोरोना काल का दूसरी लहर अब धीमी हो चुकी है। कोरोना वायरस की धीमी हो चुकी मार में लोग अब बेपरवाह होने लगे हैं। ऐसे में 80 फीसद वैक्सीनेशन और कोविड गाइडलाइन का पालन ही कोरोना की तीसरी लहर को रोकने में कारगर साबित होगा। स्वास्थ्य महकमा 20 अगस्त तक 80 फीसद लोगों को कंप्लीट वैक्सीनेशन की डोज लगाने पर जोर दे रहा है। साथ ही तीसरी लहर को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से जारी हिदायत और तैयारियों को लेकर बच्चों के इलाज की मुकम्मल व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके लिए जिले में बच्चों को दाखिल करके आक्सीजन अथवा वेंटिलेटर सपोर्ट पर इलाज करने के लिए 40 बेड की जरूरत पड़ेगी। शहर और छावनी के अस्पताल में 25-25 बेड रिजर्व करते हुए मेडिकल कालेज मुलाना के शिशु वार्ड का 50 बेड रिजर्व करने की योजना है। बच्चों को आक्सीजन और वेंटिलेटर पर रखकर इलाज करने के लिए बेहोशी और आनलाइन ट्रेनिग ले चुके चिकित्सकों को स्टेशन छोड़ने पर पाबंदी सिविल सर्जन कार्यालय की तरफ से जारी आदेश में लगा दी गई है।
तीसरी लहर आने की संभावना ने सरकार और लोगों की नींद उड़ा दी है। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर से निपटते हुए तीसरी लहर का भी मजबूती के साथ मुकाबला करने की तैयारी कर रहा है। कोविड-19 के डेल्टा प्लस वैरिएंट के तेजी से प्रसार के प्रभावी नियंत्रण के लिए उच्च निस्पंदन क्षमता होती है। संक्रमण को रोकने के लिए फेस मास्क वास्तव में सबसे अधिक सुरक्षात्मक होते हैं। ये अनिवार्य और सरल बाधाएं हैं जो मदद कर सकती हैं। इस खतरे से लड़ने के लिए म्यूकरमाइकोसिस जैसी पोस्ट-कोविड स्वास्थ्य जटिलताओं की शीघ्र पहचान की भी सिफारिश की जाती है। इसके अलावा टीकाकरण कार्यक्रम में विस्तार को भी सिफारिशों में शामिल किया गया है।
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डेल्टा वैरियंट को प्लस बनने से रोकना चुनौती
अंबाला में कोरोना की दूसरी लहर में हुई जांच के दौरान 48 डेल्टा वैरियंट की पुष्टि हुई थी। इस पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग अब डेल्टा वैरियंट को प्लस बनने से रोकने में जुटा है, जो लोगों की बेपरवाही किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार जागरूकता की मुहिम चलाई जा रही है कि घर से बहुत जरूरी हो तभी निकलें और सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करने के साथ साथ शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना अनिवार्य किया जा रहा है।
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कोरोना की तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके तहत 50 बेड तो शहर और छावनी के सिविल अस्पताल में रिजर्व किया गया है। साथ ही जरूरत पड़ने पर मुलाना मेडिकल कालेज के शिशु वार्ड में 50 बेड को भी स्वास्थ्य विभाग रिजर्व रखेगा।
डा. कुलदीप सिंह, सिविल सर्जन अंबाला।