संजीव किस दुकान में करता था, का पता नहीं लगा पाई पुलिस
पटियाला के गांव हडाणा निवासी संजीव कुमार की मौत की गुत्थी पुलिस अभी तक सुलझा नहीं पाई है जबकि उसकी मौत हुए दस दिन गुजर चुके हैं। मृतक संजीव शहर के मानव चौक पर कहां और किस दुकानदार के पास काम करता था अभी तक पुलिस इसका पता नहीं लगा पाई।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : पटियाला के गांव हडाणा निवासी संजीव कुमार की मौत की गुत्थी पुलिस अभी तक सुलझा नहीं पाई है, जबकि उसकी मौत हुए दस दिन गुजर चुके हैं। मृतक संजीव शहर के मानव चौक पर कहां और किस दुकानदार के पास काम करता था अभी तक पुलिस इसका पता नहीं लगा पाई। पुलिस की नजर बिसरा की रिपोर्ट पर टिकी है। उधर, संजीव के स्वजनों का भी कहना था उन्हें भी नहीं पता मानव चौक पर उसका बेटा कहां काम करता था। लेकिन स्वजन संजीव की मौत को सुसाइड मानने को तैयार नहीं। बता दें 10 जुलाई शनिवार की सुबह संजीव कुमार का शव जमीतगढ़ रोड पर जामुन के पेड़ से फंदे पर लटका मिला था।
------- रात ढाई बजे तक तलाशते रहे थे स्वजन
घटना के दिन मृतक संजीव कुमार के भाई अमरीक सिंह ने यह बताया कि संजीव एक माह पहले ही मानव चौक करियाना की दुकान पर लगा था। रोजाना वह गांव से दुकान पर बस से आता था और करीब शाम सात बजे तक घर पहुंच जाता था। शुक्रवार को वह अपने काम पर गया था, लेकिन शाम तक घर नहीं पहुंचा तो चिता होने लगी रात ढाई बजे तक तलाश की। मगर कुछ पता नहीं चला। अगले दिन शनिवार सुबह सदर पुलिस की तरफ से संजीव का शव मिलने की सूचना मिली थी। गांव जमीतगढ़ रोड पर साथ लगते खेतों में आकर देखा तो जामुन के पेड़ से संजीव का शव लटका हुआ था।
------------------ घर में घुसकर लोहे की राड से हमला, तीन नामजद
संस, नारायणगढ़ : घर में घुसकर गांव नबीपुर के युवक अनीस धीमान के ऊपर जानलेवा हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया। इतना ही नहीं घायल अवस्था में जब युवक को कार से अस्पताल में ले जाया जा रहा था तब बीच रास्ते में रोक कर आरोपितों ने हमला कर दिया और काफी दूर तक पीछा किया। पुलिस ने घायल की शिकायत पर आरोपित प्रिस, अमन व भीम के खिलाफ केस दर्ज तफ्तीश आरंभ कर दी है। शिकायतकर्ता के मुताबिक अनीस धीमान के मुताबिक 23 जून को वह और उसका भाई अंकित घर के बरामदे में सोये हुए थे। पड़ोस में रहने वाला युवक प्रिस गेट को फांदकर घर में घुस आया और लोहे की राड से सिर पर हमला कर दिया। इसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया। इसके बाद आरोपित मौके से जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया। अनीस के मुताबिक जब घायल अवस्था में परिवार के लोग उसे कार से अस्पताल लेकर जा रहे थे तो गांव की माडी के पास अमन व भीम ने उसकी कार के आगे अपनी बाइक अड़ा दी और हमला कर दिया। कार चालक रमन और मेरे माता पिता ने बड़ी मुश्किल से छुड़वाया और वहां से किसी तरह निकले। मगर इसके बाद भी आरोपित युवक उनका पीछा करते रहे।