निर्माण तोड़ने के विरोध में उतरे लोगों ने सवा दो घंटे राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाया जाम, लोग परेशान
जागरण संवाददाता अंबाला अंबाला-साहा राष्ट्रीय राजमार्ग पर छोटा खुड्डा कलां गांव में निमा
जागरण संवाददाता, अंबाला : अंबाला-साहा राष्ट्रीय राजमार्ग पर छोटा खुड्डा कलां गांव में निर्माण तोड़ने के विरोध में ग्रामीण सड़क पर उतर गए। सायं करीब पांच बजे हाईवे के बीच में गांव की महिलाओं से लेकर पुरुष बैठकर जाम लगा दिया। हाईवे जाम होने की सूचना के करीब एक घंटे बाद पुलिस पहुंची और सूचना कंट्रोल रूम से लेकर महेशनगर थाना और डीएसपी को दी। सूचना मिलने के बाद पहुंचे छावनी के तहसीलदार पहले ग्रामीणों को समझाया कि उनकी समस्या का समाधान कराया जाएगा, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हुए। इस पर तहसीलदार ने पुलिस फोर्स बुलाई। तहसीलदार के बुलाने पर एसएचओ कैंट और महेशनगर पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और तहसीलदार ने गांव के सरपंच से फोन पर बात करके पंचायती जमीन से 100-100 गज का प्लाट आवंटित करने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। इसके बाद तहसीलदार ने ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें सरपंच के प्रस्ताव पर नियमानुसार प्लाट आवंटित किया जाएगा। इस दौरान जाम में फंसे लोगों को भारी परेशानियां का सामना करना पड़ा। जगाधरी अंबाला आने-जाने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानी हुई। ग्रामीण बोले, तोड़ दिया आशियाना
जाम लगाए अशोक कुमार, करमचंद, दीप चंद्र, भंडारी, सूरजन, अर्जुन, डिपल, गणेश लाल, सिंहराम, फकीर चंद्र, पवन कुमार, राजपाल, राजाराम, वृजपाल, मंगूराम, राज कुमार, दिलीप कुमार, जसमेरो, रविदर, रतिराम, तरसेम, रामपाल, जोगिदर, राम कुमार, ओम प्रकाश, रामलाल, करनैल, रणजीत सिंह, तरसेम, पप्पू पाल, धर्मपाल, टोनीराम, काका राम, कुलदीप सहित अन्य ने बताया कि एक बार पहले हाईवे चौड़ीकरण के समय तोड़फोड़ की कार्रवाई हुई थी। उस समय आश्वासन मिला था कि आगे से कोई तोड़फोड़ नहीं होगी, अब फिर हम गरीबों आशियाना तोड़ दिया गया।
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हाईवे की दोनों तरफ लगी वाहनों की लंबी कतार
अंबाला-साहा हाईवे जाम होने की वजह से दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। जाम लगाए ग्रामीणों ने सिर्फ एंबूलेंस को आने जाने के लिए रास्ता दिया, बाकी साइकिल, बाइक और गाड़ियों को वहीं खड़ा करा दिया। जाम में फंसे नौकरी से लौटने वाले लोग परेशान दिखे। सबसे अधिक परेशानी तो छोटे बच्चों को हुई। गांव के निवर्तमान सरपंच पर लगाया आरोप
जाम लगाए ग्रामीणों ने कहा कि जब तोड़फोड़ करने के लिए जेसीबी से लेकर मशीनें आई थी तो उसे समय गांव के निवर्तमान सरपंच वृजपाल चौहान भी साथ आए थे। ग्रामीणों का आरोप है कि तोड़फोड़ की कार्रवाई सरपंच की रजामंदी से हुई है, जबकि पहले हाईवे की दूसरी तरफ से होनी थी।