हिम्मतपुरा में फैली गंदगी से लोग परेशान
कैंटोनमेंट बोर्ड के सफाई कर्मचारी हिम्मतपुरा में नालियों से गंदगी निकालते हैं और ढेर घरों के बाहर लगा देते हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : कैंटोनमेंट बोर्ड के सफाई कर्मचारी हिम्मतपुरा में नालियों से गंदगी निकालते हैं और ढेर घरों के बाहर लगा देते हैं। यह ढेर दो-दो माह तक कोई उठाने नहीं आता। सफाई कर्मचारी को बोलते हैं तो वह बोलते हैं यह उनका काम नहीं है। गंदगी उठवानी है तो वह अपने वार्ड पार्षद को बोलो। उनके वार्ड के पार्षद कभी उनकी कॉलोनी में आते नहीं है। कॉलोनी में कार्यक्रम हो या फिर मेहमान आने तो लोग खुद ही इन गंदगी के ढेर को उठवाते हैं।
सफाई ब्रांच की अनदेखी के चलते स्मार्ट कैंटोनमेंट बोर्ड के प्रति लोगों में खासी नाराजगी का आलम है। जब कॉलोनी में रहने वाले लोगों से बातचीत की तो वह बोर्ड के अधिकारियों पर टूट पड़े। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों की तरफ बोर्ड के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। यदि गंदगी के ढेर नहीं उठाने तो उसे नालियों से बाहर निकालने का कोई मतलब नहीं बनता। फोटो 12
बुरा हाल है
राम मूर्ति ने बताया कि कॉलोनी में गंदगी से बुरा हाल है। बोर्ड के अधिकारी हमारे समस्या नहीं सुनते। यहां की जनता तो सिर्फ वोट डालने के लिए बनी है। फोटो 13
कोई सुनता ही नहीं
सीमा ने बताया कि बोर्ड की ओर से कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। जनता परेशान हैं और सरकार डोर टू डोर कूड़ा उठाने की बातें करती है जिसके दावे हिम्मतपुरा और रेलवे कॉलोनी में आकर दम तोड़ देते हैं। फोटो 14
नाले टूटे पड़े हैं
संतोष देवी ने बताया कि हिम्मतपुरा के अंदर बहुत से नाले ऐसे हैं जिनकी हालत खस्ताहाल है। वह टूटे पड़े हैं, जिनकी मरम्मत नहीं की जा रही है। फोटो 15
बड़ी दिक्कत है
शालू ने बताया कि गंदगी के साथ-साथ हमारे यहां पर बेसहारा पशुओं की संख्या काफी अधिक है। इसीलिए लोगों को बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कोट्स
बुधवार और शनिवार दो दिन सफाई होती है और कोई कार्यक्रम होता है तब भी सफाई कराई जाती है। पार्षद भी सफाई व्यवस्था से संतुष्ट हैं।
- संजय बंसल, सेनेटरी इंस्पेक्टर, कैंटोनमेंट बोर्ड।