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छावनी अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट के लिए मरीजों को नहीं होगी दिक्कत

सांस लेने की दिक्कत पर अस्पताल पहुंचे मरीजों को अब ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखने में परेशानी नहीं होगी। नागरिक अस्पताल छावनी के 40 बेड तक ऑक्सीजन की पाइप लगाए जाने की योजना है। इससे पहले इमरजेंसी को छोड़कर पूरे अस्पताल के मात्र 20 बेड तक ही ऑक्सीजन की पाइप लाइन थी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 07:30 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 07:30 AM (IST)
छावनी अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट के लिए मरीजों को नहीं होगी दिक्कत
छावनी अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट के लिए मरीजों को नहीं होगी दिक्कत

जागरण संवाददाता, अंबाला : सांस लेने की दिक्कत पर अस्पताल पहुंचे मरीजों को अब ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखने में परेशानी नहीं होगी। नागरिक अस्पताल छावनी के 40 बेड तक ऑक्सीजन की पाइप लगाए जाने की योजना है। इससे पहले इमरजेंसी को छोड़कर पूरे अस्पताल के मात्र 20 बेड तक ही ऑक्सीजन की पाइप लाइन थी। कोरोना काल में मरीजों को सांस लेने में परेशानी होने पर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर का प्रयोग करना पड़ा। इस समस्या का समाधान कराने के लिए गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।

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लोक निर्माण विभाग ने ऑक्सीजन की सप्लाई के पाइप वार्ड में जगह जगह लगाने वाले प्रोजेक्ट को बनाया, जिस पर कार्य कराने की स्वीकृति मुख्यालय से मिल चुकी है। अब जल्द ही टेंडर अलॉट करके कार्य शुरू कराए जाने की औपचारिकता पूरी कराई जा रही है।

नागरिक अस्पताल छावनी के अस्पताल में अब सेंट्रल ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से बेड तक मरीजों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई हो पाएगी। इसके लिए सिलेंडर की आवश्यकता नहीं होगी। कई बार ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने की स्थिति में मरीजों की जान पर बन आती थी। अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पाइप लाइनों को और सु²ढ़ किया जाएगा। अस्पताल प्रबंधन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।

अस्पताल के हार्ट सेंटर, आइसीयू, पुरुष और महिला वार्ड के कुछ बेडों तक ऑक्सीजन आपूर्ति हो रही है। इन वार्ड के बाकी बेडों तक पहले ही पाइप लाइन के जरिए सिलेंडर से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है। प्लांट लग जाने से शुद्ध व स्वच्छ हवा से स्वत: निर्मित ऑक्सीजन मरीजों को मिल सकेगी।

------------ प्लांट को अपग्रेड करने की योजना

नागरिक अस्पताल के पिछले हिस्से में बनाए गए ऑक्सीजन प्लांट से बेड तक सप्लाई की व्यवस्था और अपग्रेड करने की योजना है। इसमें अब पहले से बिछाई गई पाइपों को चेक किया जाएगा। जहां भी ऑक्सीजन पाइप लाइन में समस्या आएगी उसे बदला जाएगा।

---------------- मार्च से कार्य शुरू होने की संभावना

मार्च 2021 से इस योजना पर कार्य शुरू होगा। इसके लिए फिलहाल ऑक्सीजन प्लांट से लेकर सप्लाई का काम देखने वाले कर्मचारी को कमजोर हो चुके प्वाइंट को चिन्हित करने के लिए कहा गया है। चिन्हित प्वाइंट को बदलने से लेकर रिपेयर करने पर आने वाले खर्च का आकलन करके स्वास्थ्य विभाग कार्य शुरू कराएगा।

------------- टर्सरी सेंटर तक पहुंची ऑक्सीजन

अस्पताल परिसर में स्थापित सेंट्रलाइज ऑक्सीजन प्लांट से बनकर तैयार हो चुके कैंसर टर्सरी सेंटर तक सप्लाई के लिए पाइप बिछाया जा चुका है। ऑक्सीजन की पाइप बिछाने के साथ सप्लाई की स्थिति देखने के लिए ट्रायल भी हो चुका। सफल ट्रायल के बाद अब स्वास्थ्य विभाग बेड लगाए जाने के बाद इस व्यवस्था को लागू कराएगा।

----------- कोरोना काल में हुई समस्या को देखते हुए लोक निर्माण विभाग को प्रस्ताव बनाने को कहा गया। प्रस्ताव को मुख्यालय से स्वीकृति मिल चुकी है। अब इस पर कार्य जल्द शुरू होने की संभावना है।

डा. विनय गोयल, डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट छावनी।


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