कोठी से बेघर हुई महिला और बच्चों के पक्ष में उतरी पंचायत
बेरखेड़ी गांव में पिता-पुत्र की षड्यंत्र का शिकार होकर बेघर हुई दो बचो की मां के पक्ष में पंचायत उतरी। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पंचायत सोमवार को अंबाला पहुंचकर डीसी से इंसाफ की मांग करेगी।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : बेरखेड़ी गांव में पिता-पुत्र की षड्यंत्र का शिकार होकर बेघर हुई दो बच्चो की मां के पक्ष में पंचायत उतरी। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पंचायत सोमवार को अंबाला पहुंचकर डीसी से इंसाफ की मांग करेगी।
65 वर्षीय रामलाल का एक बेटा आस्ट्रेलिया में और दूसरा शिवकुमार पत्नी व बच्चो के साथ पिता की कोठी में रहता है। रामलाल ने माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 के तहत पिछले साल एक शिकायत देकर आरोप लगाया था कि उसका बेटा सेवा करने की बजाय प्रताड़ित करता है। इस पर जिला मजिस्ट्रेट ने 18 फरवरी 2020 को स्थानीय प्रशासन को घर खाली के आदेश किये थे। इस पर बेटे ने गलती मानते सुधरने का भरोसा दिलाया था, फिर पुरानी कहानी हो गई। इसपर बुजुर्ग ने दोबारा शिकायत दायर की और तहसीलदार सहित पुलिस ने 24 फरवरी को शिवकुमार का समान कोठी से निकाल कर बाहर खेत में रखवा दिया। इसके बाद शिवकुमार गायब हो गया और उसकी पत्नी सुरेंद्र कौर सहित दो बच्चे सड़क पर आ गये। आसपास के लोगो ने एक तरपाल लगवाया, जिसमें सुरेंद्र अपने बच्चों के साथ रह रही है। 25 फरवरी को गांव वालों ने पंचायत रखी जिसमें पीड़िता का भाई संदीप भी मौजूद था। उस पंचायत में ससुर को बुलाया लेकिन वह नहीं आया। वह एसडीएम से मिले, एसडीएम ने डीसी के आदेश को बरकार रखा। इस पर अब पंचायत सहित ग्रामीण पीड़िता को लेकर डीसी अंबाला से इंसाफ की गुहार लगाएगी। पीड़िता को उम्मीद है कि उसे जल्द ही न्याय मिलेगा और वह चैन से रह सकेगी।