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यहां अफीम बन जाती है चॉकलेट, ऐसे होता है सारा कमाल, जानें क्‍या है पूरा मामला

हरियाणा में ड्रग की जांच मेंं भी बड़े घालमेल का खुलसा हुआ है। जांच के लिए लाए गए ड्रग के सैंपल को चॉकलेट से बदल दिया जाता था अौर इसके लिए लाखों रुपये लिए जाते थे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 16 May 2019 12:44 AM (IST)Updated: Thu, 16 May 2019 04:13 PM (IST)
यहां अफीम बन जाती है चॉकलेट, ऐसे होता है सारा कमाल, जानें क्‍या है पूरा मामला
यहां अफीम बन जाती है चॉकलेट, ऐसे होता है सारा कमाल, जानें क्‍या है पूरा मामला

अंबाला, [दीपक बहल]। नशे के सौदागरों को बचाने के लिए फोरेंसिक लैब मधुबन में सैंपल में भी खेल किया जा रहा है। ताजा मामले में अफीम के कारोबार में लिप्त आरोपित को बचाने के लिए उसके रिश्तेदार ने लैब के कर्मचारियों ने चार लाख रुपये में सौदा कर लिया। लैब में आए अफीम के सैंपल के स्थान पर चाकलेट रख दी गई। इसके बावजूद जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो रुपये देने वाले ने एफएसएल के निदेशक श्रीकांत जाधव को कर्मियों के साथ हुई बातचीत की ऑडियो सौंप शिकायत कर दी।

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अफीम के सैंपल में खेल, चॉकलेट रखी फिर भी रिपोर्ट पॉजिटिव
मामला सामने आने के बाद लैब अटेंडेंट अंकित मेहला व एफएसएल कर्मी अजय रावत पर गत 24 अप्रैल को मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिय गया। दोनों आरोपित फिलहाल जेल में हैं। मामले की जांच घरौंडा के डीएसपी कर रहे हैं।

हिसार में पांच किलो अफीम सहित पकड़े गए थे आरोपित

हिसार से तोशाम रोड स्थित विश्व कीर्ति स्कूल के पास  बाइक सवार गांव भोजराज निवासी अनिल कुमार और राजस्थान के जालौर जिले के गांव भवरानी निवासी नेहरू को पाच किलो अफीम के साथ जुलाई 2018 को पकड़ा था। अनिल की गिरफ्तारी के बाद उसके रिश्तेदार कुलदीप ने उसे बचाने का प्रयास किया। कुलदीप इसके बाद सोनू नामक युवक के संपर्क में आया।

सोनू ने उसे बताया कि मधुबन में उनका जानकार अंकित है, जो पुलिस द्वारा पकड़े गए माल के सैंपल फेल करवाता है। इसके बाद चार लाख रुपये में सौदा तय हो गया और कुलदीप ने अंकित से मुलाकात की। अंकित ने कुलदीप को आश्वासन दिया कि लैब से अधिकारियों के जाने के बाद सैंपल बदल देंगे। इसके बाद कार में सवार होकर अंकित के साथ करनाल के नमस्ते चौक गए, जहां से वे चाकलेट लेकर आए।  इसे सैंपल के साथ बदल दिया गया।

बाद में सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो रुपयों को लेकर कुलदीप व सोनू में विवाद हो गया। कुलदीप ने पूरे मामले की ऑडियो क्लिप एडीजीपी श्रीकांत जाधव को सौंप दी। एडीजीपी ने जांच के लिए करनाल के एसपी को चिट्ठी लिखी। इसके बाद अंकित को गिरफ्तार किया गया। बाद में पता चला कि अंकित ने अजय रावत के माध्यम से सैंपल बाहर निकलवाया था। इस पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था।

ऑडियो के अंश
शिकायतकर्ता कुलदीप : हेलो
लैब अटेंडेंट अंकित : बोलो जी, चंडीगढ़ ही पड़े हैं 5-6 दिन से
शिकायतकर्ता कुलदीप : मेरे गेल तो पैसा कट गया, घर से तो रुपये भी लगाए फिर उलाहना हो गया।
लैब अटेंडेंट अंकित : अब क्या कहते हैं वो।
शिकायतकर्ता कुलदीप : वकील कहता है उसने कुछ नहीं कर रखा।
लैब अटैंडेंट अंकित : अच्छा
शिकायतकर्ता कुलदीप : आपा नै तो चॉकलेट नहीं डाली थी।
लैब अटेंडेंट अंकित : हां
शिकायतकर्ता कुलदीप : यूं कहवैं वो चॉकलेट अपने हाथ से डाली नहीं, तो परसेंट कैसे आ गई।
लैब अटेंडेंट अंकित :  हूं...
शिकायतकर्ता कुलदीप : भई इस बात का त मन्ने अंकित भाई ही जवाब दे सकै।
लैब अटेंडेंट अंकित : उसमें ओपियम तो पॉजिटिव है ही नहीं जी।
 शिकायतकर्ता कुलदीप : ओपियम ही लिख रहा है जी उसमें तो।
लैब अटेंडेंट अंकित : उसमें मॉरफिन पॉजिटिव है 0.25 परसेंट।
शिकायतकर्ता कुलदीप : तो फिर इसमें एक बार आकर कर लेओ।
लैब अटेंडेंट अंकित : एनडीपीएस एक्ट में 0.25 लिखा है अर 2.25 परसेंट तक मान्य होये करै जी, एनडीपीएस एक्ट में न आंदी जी।
शिकायतकर्ता कुलदीप : अच्छा जी
लैब अटेंडेंट अंकित : वकील के बहकावे में आवेंगे तो धक्के ही खावैंगे जी, केस बिगाडऩे वाली बात है।
शिकायतकर्ता कुलदीप : सोनू से तो अपना घणा प्यार था, आप तो उसके रिश्तेदार हो।
लैब अटेंडेंट अंकित : सोमवार नै फ्री होवांगे टाइम लग गया तो आ जाऊंगा
शिकायतकर्ता कुलदीप : टैम काड लेयो, जमानत के आठ लाख मांगे है जी इसमें तो सजा पक्की है कुछ कर नहीं रखा।
लैब अटेंडेंट अंकित :  नहीं कर रखा तो 99.75 खत्म कर रखी, या अपने आप खत्म होई के।
शिकायतकर्ता कुलदीप : इन कामों में ऐसा फंसे थे।
लैब अटेंडेंट अंकित : इतना तो आपको भी ज्ञान है जी 100 फीसद थी एक चीज, एक परसेंट का भी चौथा हिस्सा रह गया फिर भी एनडीपीएस में आ जाएगी क्या।
शिकायतकर्ता कुलदीप : अपने हाथ से चाकलेट डालकर आया हूं, तो चाकलेट में अफीम कैसे आ गई।
लैब अटेंडेंट अंकित : पुलिस ने रिकवर की है, अफीम है। चाकलेट में आधा-एक परसेंट मारफीन होवै, फिर भी 0.25 करवाई। बिलकुल निल पर तुम्हारा घाटा था, दोबारा टेस्ट होता।
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एफएसएल में गड़बड़ी पर निदेशक का कड़ा रुख, अपना मोबाइल नंबर किया सार्वजनिक
दूसरी ओर, पेरे मामले में फोरेंसिक साइंस लैब मधुबन (करनाल) के निदेशक श्रीकांत जाधव ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कोई भी एफएसएल में जांच के लिए भेजे सैंपल में गड़बड़ी के नाम पर पैसे की डिमांड करता है तो इसकी सूचना उन्हें दें। लैब अटेंडेंट अंकित के मामले में एडजीपी को अपने सोर्स से सूचना मिली थी, जिसके बाद ऑडियो लेकर मुकदमा दर्ज कराया।

बता दें कि लैब अटेंडेंट अंकित मेहला और एफएसएल कर्मी अजय रावत पर 24 अप्रैल 2019 को मुकदमा दर्ज किया गया। दोनों आरोपित जेल में हैं, जबकि मामले की जांच घरौंडा के डीएसपी कर रहे हैं। आरोपित अंकित ने अफीम के साथ पकड़े गए भोजराज निवासी अनिल कुमार के रिश्तेदार कुलदीप से चार लाख रुपये में अफीम का सैंपल बदलने का सौदा किया था। इसके बाद अंकित ने लैब से अफीम का सैंपल निकाला और उसमें चॉकलेट डाल दी। इसके बावजूद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इससे दोनों में विवाद हो गया, जिसकी भनक रेवाड़ी के एडीजीपी व  एफएसएल के निदेशक श्रीकांत जाधव को लगी। जाधव ने आरोपित के खिलाफ के दर्ज कर अपने विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को संदेश दिया कि ऐसे मामले में कड़ा रुख अपनाया जाएगा।

रिश्वत मांगे तो मिलाओ 9872999645 : जाधव
एफएसएल के निदेशक श्रीकांत जाधव ने बताया कि कोई भी लैब में गड़बड़ी कर रहा है तो उसकी सूचना उनके मोबाइल नंबर 9872999645 पर करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी थानों से यहां हर वारदात से संबंधित सैंपल आते हैं। यदि कोई भी व्यक्ति, कर्मचारी या अधिकारी इन सैंपलों में बदलाव या गड़बड़ी के नाम पर रिश्वत मांगता है, तो उनके मोबाइल पर संपर्क करें। शिकायतकर्ता का नाम सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।

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