गोशाला में गोवंश की सेवा, सड़कों पर बदहाल
-निगम की ओर से अभी तक नहीं किया जा सका पशुबाड़े का इंतजाम जागर
फोटो - 21, 22, 23
-निगम की ओर से अभी तक नहीं किया जा सका पशुबाड़े का इंतजाम जागरण संवाददाता, अंबाला शहर :
गोशालाओं में गो भक्तों के सहारे गोवंश की सेवा हो रही है, लेकिन लंबा समय बीतने के बाद भी नगर निगम सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गोवंश के लिए पशुबाड़े तक का इंतजाम नहीं कर सका है। ऐसे में बेसहारा पशु गंदगी में मुंह मारते दिखाई देते हैं। रविवार को गोपाष्टमी है। सड़कों पर घूम रही बेसहारा गायों को हरा चारा इस दिन जरूर मिलेगा, लेकिन अगले दिन गोवंश को फिर से कूड़ा-कर्कट में मुंह मार कर खुद का पेट भरना होगा।
पुरानी घास मंडी स्थित केवल कृष्ण मिगलानी गोशाला के मैनेजर नरेश शर्मा ने बताया कि उनकी गोशाला में साढ़े 6 सौ से 7 सौ के लगभग गोवंश हैं। इन्हीं में बछड़ियां और सांढ़ भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वह गोवंश के लिए सूखा चारा अप्रैल माह में एक साथ ले लेते हैं। सूखे चारे को स्टॉक कर लेते हैं ताकि साल भर कोई परेशानी न आए। हरा चारा रोजाना खरीदना पड़ता है। गोशाला में इसके लिए रोजाना करीबन 60 क्विटल हरा चारा की लागत होती है। उन्होंने बताया कि गोशाला में गोभक्त इसमें सहयोग करते हैं। गंदगी में मुंह मार रहे गोवंश
नगर निगम की ओर से अधिकारियों ने अदालत अपने बयान दर्ज करवाए थे किशहर में बेसहारा पशुओं की समस्या बढ़ रही है। जहां बेसहारा पशु गंदगी में मुंह मारते हैं, वहीं काला रंग होने के कारण रात के अंधेरे में नजर नहीं आते। जिस कारण काफी हादसे होते हैं, यहां तक कि लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है। इसके लिए पशुबाड़ा बनाया जाएगा। पहले इसके लिए जगह की तलाश की जाएगी। लेकिन इस तरह के बयान देने के एक साल से अधिक का वक्त हो गया है, लेकिन अभी तक ऐसी किसी जगह की व्यवस्था नहीं की जा सकी।
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