नायब सैनी ने पहली बार एमएलए का चुनाव जीत और लोकसभा में जीत से आगा•ा
राजनीति की पिच पर बैटिग करने उतरे नायब सैनी ने विधानसभा में जहां पहली बॉल को बाउंड्री पार पहुंचा दिया था वहीं लोकसभा चुनावों की दूसरी गेंद को तो स्टेडियम से ही पार कर दिया।
दीपक बहल, अंबाला
राजनीति की पिच पर बैटिग करने उतरे नायब सैनी ने विधानसभा में जहां पहली बॉल को बाउंड्री पार पहुंचा दिया था, वहीं लोकसभा चुनावों की दूसरी गेंद को तो स्टेडियम से ही पार कर दिया। पहले विस चुनाव में जीत के बाद जहां राज्य मंत्री का दर्जा हासिल किया, वहीं अब लोकसभा चुनाव जीतने के बाद केंद्र की राजनीति की ओर सैनी के कदम बढ़ चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नजदीक और आरएसएस में अपनी अच्छी पैठ रखने वाले नायब सैनी के राजनीतिक करियर का यह टर्निंग प्वाइंट माना जा रहा है। अंबाला लोकसभा या विधानसभा चुनाव में यह पहली बार हुआ है कि पहले ही चुनाव में कोई नेता विधायक बना और विधायक रहते ही लोकसभा का चुनाव लड़ा और सांसद बने। उधर, चुनावी नतीजे आने के बाद कांग्रेस की प्रत्याशी कुमारी सैलजा ने ट्वीट कर जहां भाजपा और जीत हासिल करने वाले रतनलाल कटारिया को बधाई दी, वहीं जनता के फैसले व जनादेश को स्वीकार भी किया। सैलजा ने कार्यकर्ताओं को उनका साथ देने के लिए धन्यवाद भी किया। उधर, सांसद रतनलाल कटारिया ने भाजपा व अपनी जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, अंबाला लोकसभा सीट से 9 विधानसभा के विधायक, जिलाध्यक्ष सहित पार्टी वर्करों को दिया।
अंबाला के दो दिग्गजों में से सैनी को स्वीकारा, निर्मल को नकारा
पहली बार कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से अंबाला के दो दिग्गज नेताओं को टिकट मिला, जिनमें से नायब सैनी के सिर पर मतदाताओं ने जीत का ताज रखा, जबकि निर्मल सिंह को नकार दिया। इससे पहले अंबाला छावनी विधानसभा से भी निर्मल सिंह और अनिल विज के बीच में चुनावी टक्कर हो चुकी है, जिसमें विज को जनता ने स्वीकार कर लिया। पहले विधानसभा और अब लोकसभा में निर्मल सिंह की हार के बाद राजनीतिक पारी आसान नहीं होगी।