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हड़ताल पर रहे 9 राष्ट्रीयकृत बैंक के अधिकारी और कर्मचारी

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर कमर कसकर अंबाला छावनी के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सामने राष्ट्रीयकृत बैंकों की नौ यूनियनों के अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 08:05 AM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 08:05 AM (IST)
हड़ताल पर रहे 9 राष्ट्रीयकृत बैंक के अधिकारी और कर्मचारी
हड़ताल पर रहे 9 राष्ट्रीयकृत बैंक के अधिकारी और कर्मचारी

जागरण संवाददाता, अंबाला: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर कमर कसकर अंबाला छावनी के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सामने राष्ट्रीयकृत बैंकों की नौ यूनियनों के अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों और अधिकारियों ने संयुक्त रूप से कहा कि 11वां वेतन समझौता नवंबर 2017 से लंबित पड़ा है। इसे लेकर भारतीय बैंक संघ और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बीच बैठकें हो चुकी हैं। बावजूद इसके भारतीय बैंक संघ भारत सरकार अपनी मनमानी नीतियों को अपना रहा है। संघ के अड़ियल रवैए के कारण यह समझौता लागू नहीं हो सका। इसी कारण सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों की 9 यूनियनों द्वारा मजबूर होकर सोमवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

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हड़ताल पर गए बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने कहा कि सरकार द्वारा वेतन-वृद्धि समझौता शीघ्र लागू न करने पर सभी बैंकों के कर्मचारियों और अधिकारियों में रोष है। अल्टीमेटम दिया कि अगर सरकार द्वारा वेतन-वृद्धि समझौता शीघ्र लागू नहीं किया गया तो पहले से ही तय कार्यक्रम के तहत 11 से 13 मार्च तक तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल होगा। इसके बाद भी यदि हमारी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो पहली अप्रैल से सभी बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान सीनियर कामरेड जीएस ओबराय, कामरेड पीसी चौहान सेक्रेटरी, कामरेड विश्वास कतियाल और विनोद कश्यप ने हड़ताल के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों संबोधित किया।


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