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नगर निगम बि¨ल्डग ब्रांच की 16 फाइलें गायब, सात साल बाद फंसे बि¨ल्डग इंस्पेक्टर

बि¨ल्डग ब्रांच के डेवलेपमेंट चार्ज और नक्शों की 16 फाइलें गायब होने के मामले में सात साल बाद पुलिस ने तत्कालीन बि¨ल्डग इंस्पेक्टर सुरेंद्र वर्मा (पंचकूला में एमई पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं) पर केस दर्ज किया है। 23 नवंबर, 2012 को तत्कालीन बि¨ल्डग इंस्पेक्टर सुरेंद्र वर्मा ने यह सभी 16 फाइलें रिसीव की थी, लेकिन इसके बाद यह फाइलें कहां गई, आज तक इसकी किसी को भनक नहीं लगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 09:25 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 09:25 AM (IST)
नगर निगम बि¨ल्डग ब्रांच की 16 फाइलें गायब, सात साल बाद फंसे बि¨ल्डग इंस्पेक्टर
नगर निगम बि¨ल्डग ब्रांच की 16 फाइलें गायब, सात साल बाद फंसे बि¨ल्डग इंस्पेक्टर

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : बि¨ल्डग ब्रांच के डेवलेपमेंट चार्ज और नक्शों की 16 फाइलें गायब होने के मामले में सात साल बाद पुलिस ने तत्कालीन बि¨ल्डग इंस्पेक्टर सुरेंद्र वर्मा (पंचकूला में एमई पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं) पर केस दर्ज किया है। 23 नवंबर, 2012 को तत्कालीन बि¨ल्डग इंस्पेक्टर सुरेंद्र वर्मा ने यह सभी 16 फाइलें रिसीव की थी, लेकिन इसके बाद यह फाइलें कहां गई, आज तक इसकी किसी को भनक नहीं लगी।

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डायरेक्टर अर्बन लोकल बॉडी को 2012 में शिकायत मिली थी कि नगर निगम बि¨ल्डग ब्रांच में बड़ा घोटाला हुआ है। इस मामले मे डायरेक्टर अर्बन लोकल बॉडी ने सभी 16 फाइलें मंगवाई थीं। निदेशालय में फाइल ले जाने के बहाने बि¨ल्डग इंस्पेक्टर सुरेंद्र वर्मा ने ये फाइलें रिसीव की, लेकिन न तो ये फाइलें डायरेक्टर कार्यालय पहुंचीं और न ही अंबाला के नगर निगम। इस मामले की जांच का जिम्मा विजिलेंस को सौंपा गया। इतना ही नहीं सुरेंद्र वर्मा को चार्ज शीट भी कर दिया गया है, लेकिन छह साल तक इस मामले को दबाए रखा। इसी बीच आरोपित सुरेंद्र वर्मा की शिकायत के आधार पर अंबाला नगर निगम से वर्ष 2017 में ट्रांसफर कर दी गई। यहां से ट्रांसफर के बाद सरकार ने सुरेंद्र वर्मा को बि¨ल्डग इंस्पेक्टर से एमई प्रमोट कर दिया। हालांकि पदोन्नति से पहले अंबाला नगर निगम से पूछा कि सुरेंद्र वर्मा के खिलाफ कोई इनक्वायरी पें¨डग तो नहीं है। स्थापना शाखा के क्लर्क सुरेंद्र कुमार ने उस लेटर के जवाब में कहा कि सुरेंद्र वर्मा पर कोई केस पें¨डग नहीं है, न ही कोई जांच चल रही। इसलिए उन्हें पदोन्नति कर दिया गया था।

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क्लर्क सुरेंद्र को सस्पेंड कर की थी खानापूर्ति

विजिलेंस जांच पें¨डग होने के बावजूद बि¨ल्डग इंस्पेक्टर सुरेंद्र वर्मा को पदोन्नति दिलाने के मामले में स्थापना शाखा के क्लर्क सुरेंद्र कुमार को 16 जनवरी, 2018 को सस्पेंड कर खानापूर्ति कर दी थी। क्योंकि प्रमोशन की फाइल पर तत्कालीन निगम संयुक्त आयुक्त गगनदीप ¨सह के हस्ताक्षर भी थे। ऐसे में यह किसी ने जांच कराना जरूरी नहीं समझा कि फाइल पर ज्वाइंट कमिश्नर के हस्ताक्षर कैसे हुए।

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ऐसे खुली थी पोल

सुरेंद्र वर्मा को पदोन्नत करने के बाद किसी ने इसकी शिकायत निदेशालय में कर दी। कहा गया कि विजिलेंस जांच पें¨डग होने के बावजूद सुरेंद्र वर्मा को पदोन्नत किया गया है। इस पर निदेशालय ने नगर निगम अंबाला से इस बारे में जवाब मांगा। पूछा क्या सुरेंद्र वर्मा को पदोन्नत करने से पहले आपसे जवाब मांगा गया था। इस पर क्लर्क सुरेंद्र कुमार ने साफ इन्कार कर दिया। इसीलिए झूठ बोलने और गलत रिपोर्ट तैयार करने पर सुरेंद्र कुमार को सस्पेंड किया गया।


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