अंबाला के सेक्टर-33 की 35 एकड़ जमीन पर बनेगा मेडिकल कॉलेज
पवन पासी, अंबाला शहर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह क्षेत्र में राज्य सरकार ने नए साल से पहले लोगों को तोहफा देने की योजना तैयार की है।
पवन पासी, अंबाला शहर
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह क्षेत्र में राज्य सरकार ने नए साल से पहले दो बड़ी स्वास्थ्य परियोजनाओं पर मुहर लगा दी है। अंबाला छावनी से सटे घसीटपुर स्थित हुडा के सेक्टर-33 की करीब 35 एकड़ जमीन में मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। हुडा विभाग से जमीन अधिग्रहण करने की दस्तावेजी प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। जिला प्रशासन इसका प्रस्ताव चंडीगढ़ मुख्यालय भेजा था जहां आला अफसरों ने इस पर मुहर लगा दी। इसी कड़ी शनिवार को कल्पना चावला करनाल के डायरेक्टर डॉ. सुरेंद्र कश्यप, डायरेक्टर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च अरूण जोशी ने हुडा एवं पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ संबंधित जगह का मुआयना किया। इसके अलावा गांव मंगलई की 11 एकड़ जमीन में होम्यापैथिक कालेज बनाया जाएगा। इन दोनों परियोजनाओं के सिरे चढ़ने पर अंबाला जिला स्वास्थ्य सेवाओं में प्रदेश का अग्रणी जिला बन जाएगा क्योंकि अंबाला में मल्टी स्पेशलिटी टर्शरी केंसर केयर सेंटर भी बन रहा है और मुलाना स्थित प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी जिले का ही हिस्सा है।
वहीं, मेडिकल कॉलेज के प्रस्ताव को लेकर शनिवार को अंबाला पहुंची टीम ने सिविल सर्जन अंबाला एसएल वर्मा व पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एक्सईएन डीडी कांबोज के साथ इस परियोजना पर चर्चा की। इस टीम ने न केवल सेक्टर-33 की प्रस्तावित जगह देखी बल्कि साथ लगती करीब 6 एकड़ जगह का प्रस्ताव भी बना कर भेजने के लिए निर्देश भी स्थानीय अधिकारियों को दिए। जानकारी मुताबिक अब डायरेक्टरेट आफ मेडिकल एजुकेशन एवं रिसर्च के अधिकारी रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजेंगे।
मेडिकल कॉलेज का दूसरे जिलों को भी मिलेगा लाभ
मेडिकल कॉलेज में मल्टी स्पेशलिटी एवं सुपर स्पेशलिटी की सभी सुविधाओं के साथ चिकित्सा शिक्षा भी शामिल रहती है। किसी भी जिले में मेडिकल कॉलेज बनने का मतलब सीधे सीधे 400 बेड से अधिक की स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार है। अंबाला जिले में यह प्रस्ताव सिरे चढ़ता है तो फिर अंबाला के अलावा यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल व पंचकूला के बड़े हिस्से को फायदा मिलेगा। इसके अलावा लोगों के लिए चिकित्सा शिक्षा आसानी से उपलब्ध हो पाएगी।
होम्योपैथिक कॉलेज की औपचारिकताएं पूरी
ग्राम पंचायत मंगलई द्वारा 11 एकड़ भूमि उपलब्ध करवाई गई है। इसके लिए जिला स्तर की सभी औपचारिकताएं पूरी करके सरकार को केस भिजवा दिया है। इस कॉलेज का अगले दिनों में उद्घाटन किया जा सकता है। ऐसे में परियोजना के सिरे चढ़ने से एलोपैथिक एवं होम्योपैथिक दोनों प्रकार की सुविधाएं जिले में सुलभ होंगी।
टीम ने दौरा किया है, जल्द काम सिरे चढ़ने की संभावना
सिविल सर्जन एसएल वर्मा ने बताया कि करनाल मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर, डायरेक्टर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सहित करीब 10 सदस्यीय टीम ने हुडा की प्रस्तावित भूमि का दौरा किया है। अब डायरेक्टरेट आफ मेडिकल एजुकेशन एवं रिसर्च के अधिकारी रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजेंगे। मेडिकल कॉलेज की इस परियोजना के जल्द सिरे चढ़ने की उम्मीद है।
हुडा ने प्रस्ताव मंजूर कर लिया है
डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने बताया कि अंबाला में मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। सरकार को सेक्टर-33 में बनाने को लेकर प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। जिसकी मंजूरी मिल गई है। करीब 35 एकड़ जगह स्थानांतरित करने को हुडा राजी हो गया है। दस्तावेजी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड मूल्यांकन सर्वे में अंबाला प्रदेश में अव्वल रहा है। मंगलई में भी जल्द होम्योपैथिक कॉलेज का शिलान्यास किया जाएगा। सरकार की योजना है कि प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज बनाया जाए। इसी कड़ी में अंबाला में भी जगह चिन्हित कर ली गई है।