सुंदर नगर में झोल: निगम और तहसील के रिकार्ड में वैध यूएलबी बता रहा अवैध
अंबाला-अमृतसर हाईवे से कुछ देरी पर सटा सुंदर नगर इन दिनों सुर्खियों में है। कारण है कि तीन विभागों में आपसी तालमेल की कमी और रिकार्ड को मेंटेन नहीं करना। तीन में से दो विभागों का रिकार्ड इस नगर को वैध बता रहा है जबकि अर्बन लोकल बाडी के अनुसार पूरा सुंदर नगर ही अवैध है।
उमेश भार्गव, अंबाला शहर
अंबाला-अमृतसर हाईवे से कुछ देरी पर सटा सुंदर नगर इन दिनों सुर्खियों में है। कारण है कि तीन विभागों में आपसी तालमेल की कमी और रिकार्ड को मेंटेन नहीं करना। तीन में से दो विभागों का रिकार्ड इस नगर को वैध बता रहा है जबकि अर्बन लोकल बाडी के अनुसार पूरा सुंदर नगर ही अवैध है। इतना ही नहीं नगर निगम अंबाला के द्वारा 200 घरों के नक्शे पास कर उन्हें एनडीसी भी दी जा चुकी है। लिहाजा जनता को समझ नहीं आ रहा कि अब वह किसे सच्चा मानें और किसे झूठा। सुंदर नगर के करीब 600 घरों में रहने वाले बाशिदे असमंजस में फंसे हैं। जानिए क्या कहता है नगर निगम का रिकार्ड
नगर निगम की आधिकारिक वेबसाइट एमसी अंबाला डाट जीओवी डाट इन अप्रूव्ड कालोनी और खसरा नंबर की पीडीएफ डाली गई है। इसमें 30 नंबर नक्शा सुंदर नगर का है। इस वेबसाइट के रिकार्ड के मुताबिक सुंदर नगर का रकबा 13.68 एकड़ है। वहीं नगर नगर निगम अंबाला ने भी 26 अक्टूबर 2021 को पत्र क्रमांक नगर निगम अंबाला-भा.शा. 2021-1939 जारी कर मंडौर सुंदरनगर कालोनी का खसरा नंबर 39/10/02 पटवारी की रिपोर्ट के अनुसार वैध है। इस पर नगर निगम के कार्यकारी अभियंता रमन के भी हस्ताक्षर हैं। इसी तरह तहसील कार्यालय का रिकार्ड भी इस वैध बता रहा है। अवैध है सुंदर नगर तो दो लेवल कैसे हो रहे पास
सुंदर नगर के निवासियों ने बताया कि यदि हमारा एरिया अवैध है तो एनडीसी लेने के लिए फाइल लगाने के बाद कैसे पहले दो लेवल पास हो रहे हैं? बता दें कि पहले लेवल पर नगर निगम और दूसरे लेवल पर तहसील कार्यालय से फाइल पास करने के लिए आनलाइन अप्रूवल लेनी होती है। इसके बाद तीसरे ओर अंतिम चरण में यूएलबी से स्वीकृति मिलती है। लेकिन सुंदर नगर वालों की एनडीसी यानी नो ड्यूज सर्टिफिकेट की फाइल को यूएलबी से रिजेक्ट किया जा रहा है। दैनिक जागरण की पड़ताल और अधिकारी का जवाब
इस मामले की पड़ताल करते हुए जब टीम दैनिक जागरण टीम डीएमसी यानी डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर अमन ढांडा से मिली तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर बताया कि सुंदर नगर मंडौर का रकबा अवैध है। इस पर जब टीम ने नगर निगम द्वारा जारी वैध का लेटर और नगर निगम की वेबसाइट पर दिखाए गए नक्शे जोकि इस एरिया को वैध बता रहा हैं, पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इसे आज ही दुरुस्त करवा देंगे। नगर निगम की वेबसाइट से सुंदर नगर का अवैध कालोनी की लिस्ट से नक्शा हटा दिया जाएगा। जब टीम दैनिक जागरण ने उनसे सवाल पूछा कि एनडीसी के दो लेवल कैसे पास हो रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि इस बारे में भी आज ही आदेश दे दिए जाएंगे कि सुंदर नगर की कोई एनडीसी की फाइल आए तो उसे पहले ही लेवल पर रिजेक्ट कर दें ताकि लोगों को परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि यूएलबी की ओर से जो नोटिफिकेशन जारी हुई है उसमें सुंदर नगर अवैध है। इसीलिए इसे एनडीसी जारी नहीं की जा सकती। क्या कहते हैं सुंदरनगरवासी
हम सुंदर नगर में करीब 15 साल से रह रहे हैं। पहले इसे वैध बताया जा रहा था लेकिन अब जब एनडीसी लेने जाते हैं तो इसे अवैध बताया जा रहा है जबकि नगर निगम के पोर्टल व रिकार्ड में सुंदर नगर वैध है।
- संजय सक्सेना, सुंदरनगर यदि सुंदरनगर का रकबा अवैध है तो पहले और दूसरे चरण में कैसे एनडीसी की फाइल फाइल पास हो रही है। क्या नगर निगम की वेबसाइट और तहसील कार्यालय का रिकार्ड भी झूठा है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
- भैरव, सुंदरनगर इस बारे में नगर निगम आयुक्त को कई बार अवगत करवा चुका हूं। मैं खुद भी यूएलबी पंचकूला में अधिकारियों से मिलकर आया हूं। उन्होंने मुझे बताया कि नगर निगम ने पोर्टल पर जो नक्शा दर्शाया है वह झूठा है। यदि यह झूठा है तो जिसने इन्हें पोर्टल पर डाला है उनके खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए। ये तो जनता को गुमराह किया जा रहा है। अधिकारियों अनदेखी के कारण जनता ठोकरें खाने को मजबूर हैं। जबकि यहां पर 2 हजार से ज्यादा लोग रहे हैं। इस कालोनी को खुद मंडलायुक्त ने पास किया था।
- मनीष आनंद, पार्षद वार्ड-3 इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। यदि निगम की वेबसाइट पर कोई एरिया वैध है और रिकार्ड में भी वैध है तो यूएलबी उसे अवैध नहीं बता सकता। इस पूरे मामले की निश्चित तौर पर जांच करवाई जाएगी। जो भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की अनुशंसा करेंगे। भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा।
- शक्तिरानी शर्मा, मेयर नगर निगम अंबाला