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90 लाख के निर्माणाधीन नाले में अनियमितता, पहले टीचर फिर बच्चा गिरा

कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से तोपखाना के चारों तरफ 90 लाख के नाले के निर्माण में अनियमितता बरती गई है। इसीलिए लोगों ने पहले पार्षद और उसके बाद बोर्ड के अधिकारियों को दो बार लिखित में शिकायत दी। लेकिन एक बार भी शिकायत का निवारण नहीं हुआ। इसीलिए ठेकेदार की मनमानी जारी रही और महिला टीचर नाले में गिर गई और उसके बाद एक चार साल का बच्चा गिर कर घायल हो गया। बच्चे के तो नाक-मुंह में पानी तक चला गया था।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 08:31 AM (IST)Updated: Mon, 08 Apr 2019 08:31 AM (IST)
90 लाख के निर्माणाधीन नाले में अनियमितता, पहले टीचर फिर बच्चा गिरा
90 लाख के निर्माणाधीन नाले में अनियमितता, पहले टीचर फिर बच्चा गिरा

जागरण संवाददाता, अंबाला : कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से तोपखाना के चारों तरफ 90 लाख के नाले के निर्माण में अनियमितता बरती गई है। इसीलिए लोगों ने पहले पार्षद और उसके बाद बोर्ड के अधिकारियों को दो बार लिखित में शिकायत दी। लेकिन एक बार भी शिकायत का निवारण नहीं हुआ। इसीलिए ठेकेदार की मनमानी जारी रही और महिला टीचर नाले में गिर गई और उसके बाद एक चार साल का बच्चा गिर कर घायल हो गया। बच्चे के तो नाक-मुंह में पानी तक चला गया था।

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इसीलिए तोपखाना की जनता में अधिकारियों और पार्षद के खिलाफ रोष है। लोगों ने आरोप लगाया कि जब पार्षद को उन्होंने शिकायत की तो उन्होंने कहा कि आपको यदि शिकायत करनी है तो शिकायत कर दो। बोर्ड के अधिकारी कोई सुनवाई नहीं करते हैं कार्रवाई उन्हें ही करनी है। महिला ने बताया कि होली से पहले नाले का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। नाले की खुदाई के बाद मलबा सड़क पर गिरा दिया गया। जब नाले का तल बनाया गया तो उसे तैयार होने तक पानी पर रोक नहीं लगाई गई। इसीलिए तल बनने के कुछ समय के बाद ही उसमें पानी छोड़ दिया गया। पूरा नाला इसी तरह से तैयार किया गया। इसी अनियमितता के चलते जहां नाले का तल कमजोर हो गया है तो वहीं जो दीवारें हैं वह भी गिर सकती है। कोई सुपरविजन नहीं : तोपखाना के लोगों ने बताया कि नाले के निर्माण को लेकर यहां के लोगों ने दो बार शिकायतें बोर्ड के अधिकारियों को दी। लेकिन एक बार भी शिकायतकर्ताओं की शिकायत सुनने के लिए अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे और मामले से बचते नजर आ रहे हैं। लोगों ने कहा कि घरों के आगे से मलबा उठाने के लिए उन्हें अपने पास से 700 से एक हजार रुपये लगाएं हैं। टीचर का वीडियो वायरल

नाले को कवर नहीं किया गया है। इसीलिए सुबह के वक्त टीचर जसप्रीत कौर जब एक्टिवा लेकर निकली तो वह नाले में गिर गई। टीचर को कई जगह पर चोटें आई हैं। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने महिला को नाले से निकालने का प्रयास करते हुए दिखाई दे रहे हैं। लेकिन महिला थोड़ी से मदद से उठकर बाहर निकलती हुई दिखाई दे रही है। महिला को अलग-अलग जगह पर जहां चोटें आई हैं तो वह पूरी तरह से कीचड़ में धंस गई। इसी प्रकार नाले में जमा गंदे पानी चार साल का बच्ची अमायरा गिर गई। महिला और बच्ची दोनों को डाक्टर से इलाज कराना पड़ा। चेक कराया जाएगा मामला

- मेरे संज्ञान में मामला नहीं था जिसे सोमवार को चेक कराया जाएगा। इसके बाद ही वह कुछ कहा जा सकता है।

- वरुण कालिया, सीईओ, कैंटोनमेंट बोर्ड। मैंने नहीं बोला कि मैं कुछ नहीं कर पाऊंगा

- मैंने किसी को यह नहीं कहा कि आप शिकायत करो या हम कुछ नहीं कर सकते। यदि कोई शिकायत देना चाहे तो वह खुद देने में स्वतंत्र है। मैंने खुद इंजीनियर और बोर्ड उपाध्यक्ष अजय बवेजा को बुलाया था। लोग जो आरोप लगा रहे हैं वह गलत है। मैं तो महिला के घर पर भी गया था। जनता की पूरी बात सुनी जाती है और सुनी भी जाएगी।

- राजकुमार राजा, पूर्व एवं वर्तमान पार्षद असीमा के पति।


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