डीईटीसी की बढ़ी मुश्किलें, मेडिकल में मारपीट की पुष्टि
छावनी के शिव प्रताप नगर में रहने वाले डीईटीसी की मुश्किलें बढ़ सकती है क्योंकि मेडिकल रिपोर्ट में नाबालिग के साथ मारपीट की पुष्टि हुई है और बाएं बाजू पर निशान हैं। चाइल्ड लाइन की ओर से दर्ज किए गए बयानों की रिपोर्ट शनिवार शाम को जिला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दी है लेकिन समिति के सीडब्ल्यूसी यूनिट छुट्टी की वजह से मौजूद नहीं होने से रविवार को मामले में कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के शिव प्रताप नगर में रहने वाले डीईटीसी की मुश्किलें बढ़ सकती है क्योंकि मेडिकल रिपोर्ट में नाबालिग के साथ मारपीट की पुष्टि हुई है और बाएं बाजू पर निशान हैं। चाइल्ड लाइन की ओर से दर्ज किए गए बयानों की रिपोर्ट शनिवार शाम को जिला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दी है लेकिन समिति के सीडब्ल्यूसी यूनिट छुट्टी की वजह से मौजूद नहीं होने से रविवार को मामले में कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई है। इस मामले में सोमवार को सीडब्ल्यूसी यूनिट अपनी कार्रवाई करेगी।
बताया जा रहा है कि चाइल्ड लाइन को नाबालिग ने बयान दर्ज कराए हैं कि दीवाली की शाम अपने घर पर दीवाली मनाने के बाद अपने दोस्तों के साथ शिव प्रताप नगर में गया था। रात को वह गली में खड़े थे। इसी बीच एक अंकल अपने घर से बाहर निकल कर आएं। अंकल ने उन्हें गाली देनी शुरू कर दी है इसके बाद एक डंडे से मारना शुरू कर दिया। इसी बीच में डंडा टूट गया और उसके बाद उसने मुझे नीचे गिरा लिया और लात-घुसे मारे। नाबालिग ने इसके बाद अपने पिता एवं कांग्रेसी नेता ओंकारनाथी को करीब 10 बजकर 20 मिनट पर फोन करके सूचना दी। बेटे के साथ मारपीट की सूचना मिलते ही उसके पिता मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद उसे नागरिक अस्पताल में ले जाया गया। चाइल्ड लाइन ने यह बयान दर्ज कर अपनी रिपोर्ट शनिवार शाम को सीडब्ल्यूसी यूनिट के पास आगामी कार्रवाई के लिए भेज दी है।
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एक ही नाबालिग को बनाया गया टारगेट
नाबालिग मौके पर अकेले नहीं बल्कि अपने दोस्तों के साथ मौके पर खड़ा था। ऐसे में सिर्फ एक ही नाबालिग को डीईटीसी समेत अन्य ने निशाना बनाया है और उसके साथ मारपीट की गई। इसीलिए मामला संदेह के घेरे में है। दूसरी तरफ, महेश नगर थाने की जो वीडियो वायरल की गई है वह भी शिकायतकर्ता पक्ष की ओर से कांटछांट कर वायरल की गई है। ऐसे में मामला काफी पेचीदा हो गया है।
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सीडब्ल्यूडीसी यूनिट नहीं है
जिला बाल संरक्षण अधिकारी अंबाला का स्वतंत्र प्रभार किसी के पास नहीं है डीसीपीओ मेघा ¨सगला का ट्रांसफर होने के बाद अतिरिक्त प्रभार ममता को दिया गया है। यह केस जब सीडब्ल्यूसी के पास पहुंचा तो जिला बाल संरक्षण अधिकारी आउट आफ स्टेशन होने के चलते रविवार को कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। अब सोमवार को डीसीपीओ की देखरेख में काउंस¨लग की जाएगी। काउंस¨लग के बाद आगामी कार्रवाई की सिफारिश महेश नगर थाने में की जाएगी।
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कोट्स
- चाइल्ड लाइन की रिपोर्ट हमारे पास आ गए हैं और मारपीट के साथ-साथ एक अन्य वीडियो भी आई है लेकिन डीसीपीओ यूनिट नहीं होने से छुट्टी के दिन कार्रवाई नहीं हो पाई है। नाबालिग की काउंस¨लग होगी और उसके बाद जो सच्चाई सामने आएगी, उसी के मुताबिक आगामी कार्रवाई की जाएगी। मामला गंभीर है इसीलिए हर पहलू को देखा जा रहा है।
- गुरदेव ¨सह, सदस्य, सीडब्ल्यूसी अंबाला