शहर में कंपनी ने कूड़ा उठाना किया बंद, निगम में प्रर्याप्त संसाधन तक नहीं
शहर में कंपनी ने घरों से कूड़ा एकत्र करने काम बंद कर दिया है जबकि निगम के पास कूड़ा उठाने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। इससे कूड़ेदान और डंपिग ग्राउंड गंदगी से भर गए हैं। घरों से कूड़ा एकत्र न करने की लोगों ने निगम में शिकायत भी की है। इसके बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
कपिल कुमार, अंबाला शहर : शहर में कंपनी ने घरों से कूड़ा एकत्र करने काम बंद कर दिया है, जबकि निगम के पास कूड़ा उठाने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। इससे कूड़ेदान और डंपिग ग्राउंड गंदगी से भर गए हैं। घरों से कूड़ा एकत्र न करने की लोगों ने निगम में शिकायत भी की है। इसके बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
शहर में घरों से कूड़ा उठाने के लिए निगम ने तीन साल पहले एक निजी कंपनी से अनुबंध किया था। कंपनी के कर्मी डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्र करते थे। इसके बाद कूड़े को डंपिग ग्राउंड पर डंप करते थे। इसके लिए कंपनी ने अपने वाहनों और कर्मियों को सफाई कार्य में लगाया था। कंपनी ने निगम के वाहनों को भी किराये पर लिया था। शहर में रोजाना लोगों के घरों से करीब डेढ़ सौ टन कूड़ा निकलता है। इस कूड़े को कंपनी डंपिग ग्राउंड पर डंप करती थी। इसके लिए नगर निगम लोगों से यूजर चार्ज वसूलता है, लेकिन कंपनी ने तीन महीने से कूड़ा उठाने काम बंद कर दिया था। नगर निगम ने कंपनी का करीब पांच करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। इससे कंपनी ने घरों से कूड़ा उठाने से कूड़ा उठाना बंद कर दिया है। मजबूरी में लोग खुद ही घर के कूड़े को कूड़ेदान में गिराने के लिए जाते हैं। इसके लिए लोगों ने नगर निगम में लिखित में शिकायत की है। लोगों का कहना है कि नगर निगम कूड़ा उठाने के यूजर चार्ज का बिल भेज रहा है, जबकि कंपनी ने कूड़ा उठाने काम बंद कर दिया है।
इतने वाहनों से उठता हैं कूड़ा
शहर में कूड़ा उठाने के लिए कंपनी के करीब 34 ट्रेक्टर-ट्रॉली और 300 कर्मी कूड़ा उठाने का कार्य करते थे। इसके साथ ही कंपनी ने निगम वाहनों को किरया पर लिया था, ताकि शत-प्रतिशत कूड़ा उठाने काम किया जाए। कंपनी के काम बंद करने पर निगम वाहनों से कूड़ा उठाने का काम किया जाएगा। निगम के पास केवल 13 ट्रैक्टर-ट्रॉली और 3 आरसी लोडर हैं, जो कूड़ा उठाने काम करते हैं। इसके साथ ही करीब 200 सफाई कर्मचारी हैं, जो कूड़ा उठाने काम करेंगे। हाईकोर्ट में विचारधीन हैं मामला
नगर निगम ने कंपनी का करीब 4 से 5 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। इस वजह से कंपनी ने कूड़ा उठाने काम बंद कर दिया है। कंपनी अधिकारी की माने तो कंपनी का हाईकोर्ट में केस विचाराधीन हैं। ऐसे में कोर्ट के निर्णय के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस वजह से निगम भी नए वाहन खरीदने में रुचि नहीं दिखा रहा है। ------------वर्जन
शहर में कंपनी ने कूड़ा उठाने का काम बंद कर दिया है। इस वजह से कूड़ा उठाने का काम प्रभावित हो गया है। नगर निगम जल्द ही कूड़ा उठाने के लिए नए वाहनों को खीदेगा। इसके बाद वाहनों से शत-प्रतिशत कूड़ा उठाने का काम किया जाएगा।
डा. सुशील कुमार, आयुक्त, नगर निगम