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सावधानी बरतेंगे तो नहीं बनेंगे दिल के मरीज

अंबाला में दिल के मरीज हर महीने करोड़ों रुपयों की दवाएं खा रहे हैं। सावधानी नहीं बरतने के कारण मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अंबाला की बात करें तो करीब डेढ़ लाख की आबादी दिल के रोगों से पीड़ित है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 06:20 AM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 06:20 AM (IST)
सावधानी बरतेंगे तो नहीं बनेंगे दिल के मरीज
सावधानी बरतेंगे तो नहीं बनेंगे दिल के मरीज

जागरण संवाददाता, अंबाला : अंबाला में दिल के मरीज हर महीने करोड़ों रुपयों की दवाएं खा रहे हैं। सावधानी नहीं बरतने के कारण मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अंबाला की बात करें, तो करीब डेढ़ लाख की आबादी दिल के रोग से पीड़ित है। फिर चाहे वह पहली स्टेज के हों या तीसरे स्टेज के। एक मरीज एक महीने में एक हजार से लेकर ढाई हजार रुपये महीने की दवाएं खा रहा है। जीवन शैली में बदलाव ने इस खतरे को बढ़ा दिया है। चिकित्सकों की मानें, तो इस रोग से बचा जा सकता है, लेकिन इसके लिए रहन सहन और खानपान में बदलाव लाना होगा। इसके साथ ही व्यक्ति को अपना वजन नियंत्रित करना होगा और हाइपरटेंशन से भी बचना होगा।

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इस तरह से समझें संकेत

शुरुआती लक्षणों में मरीज को चलने पर सीने में दर्द महसूस होता है। थोड़ा आराम करने पर दर्द से निजात मिल जाती है। इसी स्टेज में अधिकतर लोग इसे नजरंदाज कर देते हैं, जो आगे चलकर बड़ी परेशानी खड़ा करता है। इसी तरह दूसरे स्टेज में आराम के दौरान भी दर्द महसूस होता है। तीसरी स्टेज में आर्टरी में ब्लॉकेज आती है, जिसके बाद स्टंट डालने और बाईपास आपरेशन तक की जरूरत तक पड़ जाती है। यदि मरीज पहली स्टेज में ही सावधान हो जाए तो बीमारी से बचा जा सकता है।

-------- इस तरह से बच सकते हैं

- सबसे पहले तो संतुलित खाना ही खाना चाहिए

- नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए

- रूटीन में अपना चेकअप करवाते रहें

- सबसे जरूरी है सुबह व शाम की सैर

- यदि दवाएं शुरू हो चुकी हैं, तो इसमें ब्रेक न दें

- हल्का सा भी दर्द हो तो तुरंत डाक्टर से चेकअप करवाएं

- दर्द किसी भी कारण से हो सकता है, लेकिन डाक्टरी सलाह जरूरी है ---------- फोटो नंबर :: 09

अंबाला में दस से पंद्रह प्रतिशत हार्ट के मरीज : डा. गोयल

एसोसिएशन आफ फीजिशयन आफ इंडिया के हरियाणा चैप्टर के चेयरमैन एवं एमडी मेडिसन (हार्ट विशेषज्ञ) डा. डीएस गोयल ने कहा कि अंबाला में करीब डेढ़ लाख के आसपास हार्ट मरीज हैं। यह किसी भी स्टेज के हो सकते हैं। संख्या बढ़ने का सबसे बड़ा कारण शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना है। जीवन शैली बदल दें, तो इस रोग से बचा जा सकता है।


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