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मंदिर में ट्यूशन सेंटर खोल गरीबों में शिक्षा की अलख जगा रहे युवा

समाजसेवा का जज्बा हो तो कोई न कोई रास्ता खुद ही निकल जाता है। ऐसा ही रास्ता कैंट के दो युवाओं ने फेसबुक के जरिये निकाला।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 06:50 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 06:50 AM (IST)
मंदिर में ट्यूशन सेंटर खोल गरीबों में शिक्षा की अलख जगा रहे युवा
मंदिर में ट्यूशन सेंटर खोल गरीबों में शिक्षा की अलख जगा रहे युवा

अंशु शर्मा, अंबाला

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समाजसेवा का जज्बा हो तो कोई न कोई रास्ता खुद ही निकल जाता है। ऐसा ही रास्ता कैंट के दो युवाओं ने फेसबुक के जरिये निकाला। रोजाना चैटिग करते समय उनकी नजर एक संस्था के फेसबुक पेज पर पढ़ी जो नि:शुल्क समाजसेवी से जुड़े कार्य करती आ रही है। चाहे फिर वे जरूरतमंद बच्चों की मदद करना हो या फिर उन्हें संस्कारवान बनाना हो। तभी दोनों युवाओं ने मिलकर खुद समाजसेवा का जिम्मा उठाया। संस्था से संपर्क कर अंबाला में आरंभ फाउंडेशन तैयार कर अंबाला शहर के रेलवे रोड स्थित साई मंदिर में जरूरतमंदों और झुग्गी बस्ती के बच्चों को नि:शुल्क ट्यूशन देने की ठानी। दो माह के अंदर दो युवाओं का कारवां आज 30 युवाओं की टीम में बदल चुका है, जो सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को मंदिर में जाकर पांच से छह घंटे बच्चों को शिक्षा का पाठ पढ़ाते हैं। इन युवाओं में कोई प्राइवेट कंपनी में कार्यरत है, तो कोई कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। उनका उद्देश्य केवल जरूरतमंदों की हर संभव मदद करना है, ताकि वह अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

शिक्षा संग बेजुबानों की मदद का पढ़ा रहे पाठ

इन युवाओं का मकसद बच्चों को केवल शिक्षा का पाठ पढ़ाना नहीं, बल्कि उन्हें बेजुबानों की मदद के लिए जागरूक करना है। यहीं कारण है कि वह ट्यूशन पर बच्चों को पक्षियों और बेसहारा जानवरों की मदद को आगे आने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके अलावा युवाओं ने अलग-अलग ग्रुप बना रखा है, जो स्कूलों में भी कार्यक्रम और जागरूकता प्रतियोगिताएं कराते हैं, ताकि उनकी तरह हर बच्चे के अंदर समाजसेवा का जज्बा पैदा हो सके। संस्था के प्रधान सुमित वशिष्ठ और उपप्रधान अमित शर्मा का कहना है कि समय-समय पर युवा अपने स्तर पर पैसे जमा कर बच्चों को निशुल्क कॉपी, पेंसिल देने के अलावा आवारा कुत्तों को भी खाना खिलाते हैं। उनके अलावा हिमांशी, त्रृप्ति आदि भी कर रही हैं।

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नौवीं से 12वीं के छात्रों के लिए खोलेंगे बुक बैंक

युवाओं की टीम जल्द ही बुल बैंक खोलने की भी पहल कर रही है। जो घर-घर से नौवीं से 12वीं के बच्चों की पुरानी किताबें जमा कर एक जगह एकत्रित करेंगे, ताकि कोई भी जरूरतमंद छात्र और बच्चा उनके यहां से निशुल्क किताबें ले सकें। उपप्रधान अमित शर्मा का कहना था कि नए सैशन शुरू में इसकी शुरुआत की जाएगी। उसका कहना था कि पानीपत के मीहूल जैन एडवोकेट से उनमें समाजसेवा का जज्बा बढ़ा। जो अपने काम के जरिये संस्था भी चला रहे हैं। अब आरंभ फांउडेशन के जुड़कर ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अपने साथ जोड़ रहे हैं। जो अपने-अपने स्तर पर मदद कार्य कर सके।


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