पाबंदी के बावजूद हो रहा जंगली जानवरों का शिकार
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़(अंबाला) : पाबंदियों के बावजूद क्षेत्र में धड़ल्ले से जंगली जानवरों का शिकार हो रहा है।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़(अंबाला) : पाबंदियों के बावजूद क्षेत्र में धड़ल्ले से जंगली जानवरों का शिकार हो रहा है। लेकिन वाइल्ड लाइफ प्रशासन सो रहा है, कार्रवाई करना दूर अभी तक हरकत में भी आता नजर नहीं आ रहा। इसका खामियाजा क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। घायल तो हो ही चुके हैं, लेकिन अब एक युवक की जान भी चली गई है। वाइल्ड लाइफ और वन विभाग इसमें कोई कदम नहीं उठा पा रहे।
बता दें कि क्षेत्र में अब तक कई ऐसे मामले आ चुके हैं। जिनमें कस्बा में शिकारी जंगली जानवरों का शिकार करने पहुंचते हैं, लेकिन इसकी चपेट में लोग आ रहे हैं।
-शिकार के दौरान यह हो चुकी वारदात
गांव बरोली में अक्टूबर माह में गांव की तीन महिलाएं जो शाम के समय घास लेने जा रही थी। इसी दौरान गोली के छर्रो से दो महिलाएं 40 वर्षीय कमला व साथ में 60 वर्षीय रोशनी गंभीर रूप से घायल हो गई थी। जिनमें एक को पीजीआइ दूसरी को पंचकूला रेफर कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धाराओं समेत मामला दर्ज करके एक आरोपित मौके से गिरफ्तार किया था। पांचों आरोपित दो बाइक पर सवार होकर शिकार करने के लिए आए थे।
-दूसरा मामला करीब एक वर्ष पहले गांव फतेहपुर 126 में एक युवक शिकारियों की गोली का शिकार हुआ था। पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
-तीसरा मामला करीब दो साल पहले गांव लखनौरा में कुछ मजदूर गन्ने के खेत में गन्ना काट रहे थे कि शिकारियों की गोली से एक प्रवासी मजदूर घायल हुआ था उसे भी पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया था।
- चौथा मामला शुक्रवार को भी देर शाम के समय तीन शिकारी बडी कोहडी के जंगल में पेड़ पर मचान बनाकर शिकार की तलाश में घात लगाकर बैठे थे। वहीं से गुजर रहे वासलपुर के निवासी तीन युवक में से इसरान की गोली लगने पर मौके पर मौत हो गई।