स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस गर्भवती महिलाओं के लिए हुई वरदान साबित
जिले में स्वास्थ्य विभाग की सरकारी एंबुलेंस गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। एंबुलेंस से हर साल करीब 5 से 6 हजार गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के लिए लेकर पहुंच रही है। यहां तक डिलवरी के बाद घर लेकर जाती है। इससे गर्भवती
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जिले में स्वास्थ्य विभाग की सरकारी एंबुलेंस गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। एंबुलेंस से हर साल करीब 5 से 6 हजार गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के लिए लेकर पहुंच रही है। यहां तक डिलवरी के बाद घर लेकर जाती है। इससे गर्भवती महिला और नवजात शिशु को इलाज भी बेहतर मिल रहा है। वहीं घायल मरीजों के लिए एंबुलेंस 10 से 15 मिनट में सेवा देने के लिए पहुंच जाती है।
नागरिक अस्पताल में इलाज के लिए सुबह से मरीज पहुंचने लगते हैं। यहां पर रोजाना करीब 1800 मरीज इलाज के लिए अस्पताल की ओपीडी में आते हैं। वहीं सरकारी एंबुलेंस से सीएचसी व पीएचसी से मरीज आते हैं। प्राथमिक केन्द्र से गर्भवती महिलाओं को हायर सेंटर नागरिक अस्पताल, कैंट अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए लेकर जाती हैं। जिले में स्वास्थ्य विभाग की करीब 21 एंबुलेंस मरीजों की सेवा में लगी हीं। एंबुलेंस से घायलों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए लेकर आती है। वहीं गांव के दूर-दराज इलाकों से एंबुलेंस गर्भवती महिलाओं को लेकर आती है।
जिले में हर साल 5 से 6 हजार गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए लेकर आती है। वहीं एएनएम और आशा गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के लिए लेकर आती है। ऐसे में एंबुलेंस से गर्भवती महिलाओं को बेहतर इलाज मिल रहा है। चिकित्सा विभाग के आंकड़ों की माने तो वर्ष 2017 में 6029, वर्ष 2018 में 5506 और 2019 में 4917 गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी कराई। ऐसे में एंबुलेंस गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। जिले में मरीजों की सेवा के लिए करीब 21 एंबुलेंस लगी है। एंबुलेंस गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के लिए अस्पताल में लेकर आती हैं।
- डा. बलविदर, डिप्टी सिविल सर्जन