11 महीने में हरियाणा सरकार के खाते में गया 921 करोड़ का जीएसटी
कोरोना काल में बेशक कारोबारियों ने लॉकडाउन जैसी स्थिति को झेला लेकिन अब धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था का पहिया घूमने लगा है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में कारोबार ने छलांग तो लगाई लेकिन वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले महज 3.92 फीसद ही कम रहा है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : कोरोना काल में बेशक कारोबारियों ने लॉकडाउन जैसी स्थिति को झेला, लेकिन अब धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था का पहिया घूमने लगा है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में कारोबार ने छलांग तो लगाई, लेकिन वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले महज 3.92 फीसद ही कम रहा है। साल 2019-20 में जीएसटी कलेक्शन (एसजीएसटी व आइजीएसटी) जहां 959.57 करोड़ रुपये रहा वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में यह 921.95 करोड़ रहा। यह आंकड़ा मार्च 2020 से फरवरी 2021 तक का रहा है। माना जा रहा है कि वित्त वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा और बढ़ेगा। हालांकि वित्त वर्ष 2020-21 में कुछ महीने ऐसे रहे जिसमें यह आंकड़ा बढ़ा है, लेकिन यह भी सच है कि कोविड 19 लॉकडाउन के दौरान कारोबारियों को जबरदस्त झटका तो लगा ही है। जैसे-जैसे अनलॉक के दौरान कारोबार बढ़ा है, उस में यह कलेक्शन काफी बढ़ा है।
-------------------- इस प्रकार रहा जीएसटी का कलेक्शन
महीना 2019-20 2020-21
मार्च 92.55 70.51
अप्रैल 66.98 33.50
मई 68.22 61.82
जून 70.88 100.78
जुलाई 96.35 86.35
अगस्त 85.84 78.00
सितंबर 79.12 80.26
अक्टूबर 72.09 89.76
नवंबर 79.58 89.37
दिसंबर 89.94 88.20
जनवरी 70.39 52.02
फरवरी 87.63 91.37
नोट :- राशि करोड़ रुपये में है
---------------- लॉकडाउन में हुआ कारोबार जबरदस्त प्रभावित
कोविड 19 के दौरान लगे लॉकडाउन में जहां कारोबार बुरी तरीके से प्रभावित रहा, वहीं सरकार के राजस्व को भी नुकसान हुआ। मार्च, अप्रैल और मई में यह बुरी तरह से प्रभावित हुआ। लॉकडाउन के दौरान तो यह लगभग आधा ही रह गया। मार्च 2020 में जीएसटी कलेक्शन में जहां लगभग 24 फीसद की गिरावट दर्ज की गई वहीं अप्रैल में यह लगभग 50 फीसद कम हो गया। इसके बाद मई में यह आंकड़ा थोड़ा संभाला और महज 9 फीसद कम ही रहा। इसके बाद जून महीना कारोबार व जीएसटी कलेक्शन के हिसाब से बेहतर रहा, जिसमें लगभग 42 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
---------------- सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। माना जा रहा है कि चालू वित्त वर्ष में यह आंकड़ा अभी और बढ़ेगा। फरवरी तक के आंकड़े बता रहे हैं कि सरकार के खजाने में बढ़ोतरी हो रही है।
- राजेश बेनीवाल, डीईटीसी अंबाला