सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई और धान से अट गई अनाज मंडी
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अनाज मंडी अंबाला शहर में करीबन सात-आठ लाख क्विटल टन धान की आवक हो च
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अनाज मंडी अंबाला शहर में करीबन सात-आठ लाख क्विटल टन धान की आवक हो चुकी है। लेकिन मंडी से धान का उठान नहीं हो रहा। ऐसे में मंडी अनाज से अट गई है। किसानों को धान सुखाने के लिए खाली फड नसीब ही नहीं हो पा रहा है। इस कारण सुखने में और देरी हो रही है। जबकि मंडी में रोजाना करीबन सौ ट्राली धान की पहुंच रही है। इस समस्या का समाधान सरकारी खरीद के बाद ही हो सकता है। जो एक अक्टूबर से शुरू होती है। हालांकि पिछले सालों में अनाज जल्दी आने पर पहले भी सरकारी खरीद शुरू की जा चुकी है।
बता दें कि अंबाला शहर अनाज मंडी में जिले के साथ-साथ साथ लगते पंजाब क्षेत्र से भी अनाज बिकने के लिए पहुंचता है। धान का सीजन शुरू हो चुका है। इस कारण अनाज मंडी में रोजाना करीबन सौ ट्रॉली धान की पहुंच रही है। इस कारण मंडी में इस समय सात-आठ लाख क्विटल धान पहुंच चुका है। आवक ज्यादा होने के कारण और उठान बिल्कुल भी न होने के कारण मंडी धान से अट चुकी है। किसानों को धान सुखाने के लिए जगह नहीं मिल पा रही।
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चार शेड में से दो ही ठीक
खराब मौसम में फसल के बचाव के लिए अनाज मंडी में करोड़ों की लागत से चार शेड बनाये गए थे। लेकिन इनका किसानों को कोई खास लाभ नहीं मिल रहा। इनमें से एक शेड आग में क्षतिग्रस्त हो गया था। दूसरे शेड में हैफेड का गेहूं रखा हुआ है। ऐसा हाल हर साल देखने को मिलता है। किसानों के नाम से बनाये शेडों को उन्हें कोई लाभ ही नहीं मिल पाता। इसी कारण रविवार हुई बरसात में किसानों की धान भीग गई। धान सुखाने के लिए किसानों को मंडी में दिन रात बैठना पड़ रहा।
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सरकारी खरीद शुरू होने पर ही होगा उठान
अनाज में धान की खरीद एक अक्टूबर से शुरू होती है, परंतु इस बार अनाज मंडी में धान की फसल पहले आ चुकी है। आढ़तियों की मांग है कि धान की खरीद एक अक्टूबर की बजाये 25 सितंबर से की जाये। जिससे मंडी से धान का उठान हो सके। अभी से मंडी में पांव रखने को जगह नहीं है, यदि एक अक्टूबर का इंतजार को तो हालात क्या होंगे।
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किसानों के खाते में पेमेंट पर आढ़ती करेंगे आज हड़ताल
सरकार ने फसल खरीद को आनलाइन करने की प्रक्रिया की है। लेकिन यह आढ़तियों को मंजूर नहीं है। आढ़तियों की मांग है कि किसानों के खाते में सीधी फसल की पेमेंट न हो, बल्कि उन्हें भुगतान किया जाये। इसी मांग को लेकर मंगलवार को अनाज मंडी के आढ़ती हड़ताल करेंगे। मंडी में कोई भी आढ़ती किसानों की धान की खरीद नहीं करेगा। जबकि अभी तक शेलर संचालक मंडी से धान की खरीद कर रहे थे।
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मंडी धान से भर चुकी, उठान नहीं हो रहा है। हैफेड को भी एक माह से शेड से गेहूं उठाने के लिये कहा था, लेकिन अभी तक खाली नहीं किया गया। आज आढ़ती मांगों को लेकर हड़ताल करेंगें।
भारत भूषण अग्रवाल, वाइस चेयरमैन, मार्केट कमेटी