समझौता लागू नहीं किए जाने पर सरकार के खिलाफ गरजीं आशा वर्कर्स
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सरकार से हुए समझौते को चार माह बाद भी लागू नहीं किए जा
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सरकार से हुए समझौते को चार माह बाद भी लागू नहीं किए जाने से खफा आशा वर्कर्स बृहस्पतिवार को सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में धरना देकर जमकर नारेबाजी की। सरकार के खिलाफ गरजीं आशा वर्कर्स के मुताबिक जिस समझौते पर कई दिनों की हड़ताल के बाद सहमति बनी थी उसे लागू न करके सरकार ने वादाखिलाफी की है। यूनियन की प्रधान अंजू वर्मा ने बताया कि समझौता लागू नहीं किए जाने से पता चलता है कि सरकार की नीयत ठीक नहीं है। वह शुक्रवार को भी अपना धरना देंगी और अगर सरकार ने यूनियन से हुए समझौते को लागू नहीं किया तो फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी। वर्मा ने बताया कि 17 जनवरी से 31 जनवरी 2018 तक 18000 रूपये मासिक वेतन, सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने आदि जैसी अनेक मूलभूत सुविधाओं को प्रदान करने की मांग को लेकर आशा वर्कर्स हड़ताल पर रही थीं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 1 फरवरी 2018 को आशावर्कर्स के साथ समझौता करवा दिया था जो लागू नहीं हुआ है। इस मौके जिला सचिव कविता शर्मा, उप प्रधान प्रेम लता, रजनी, पुष्पा, बलजिन्द्र, बॉबी, सुषमा, हरजीत सीआईटीयू से जिला सचिव रमेश, रोडवेज वर्कर्स यूनियन प्रधान रमेश श्योकंद, सचिव महावीर पाई आदि मौजूद रहे।